नई दिल्ली (मानवी मीडिया): पंजाब नेशनल बैंक को 13,540 करोड़ रुपये का चूना लगाकर विदेश भागने वाला भगोड़ा नीरव मोदी अब पाई-पाई को तरस गया है। इस समय वह ब्रिटेन की जेल में है। जेल में भी वह कर्ज लेकर अपना खर्च चला रहा है। बताया जा रहा है कि नीरव को 150,247 पाउंड (करीब 1.47 करोड़ रुपये) का जुर्माना भरने के लिए भी रकम उधार लेनी पड़ी थी। करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाले नीरव मोदी के इतने बुरे दिन है, कि उसके एक खाते में सिर्फ 236 रुपये बचे हैं।
नीरव मोदी की फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (FIDPL) के एक बैंक खाते में कथित तौर पर सिर्फ 236 रुपये ही बचे हैं। कोटक महिंद्रा बैंक ने इस खाते से 2.46 करोड़ रुपये की रकम बकाया आयकर के रूप में एसबीआई को ट्रांसफर की है। साथ ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र को भी कुल बकाया के एक हिस्से का भुगतान किया है। इन पेमेंट्स के बाद कंपनी के खाते में सिर्फ 236 रुपये रह गए हैं।
नीरव मोदी के द्वारा की गई धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट ने भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम के तहत फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के लिए लिक्विडेटर को नियुक्त किया है। पंजाब नेशनल बैंक ने कंपनी के बैंक खाते में पड़ी रकम को ट्रांसफर करने का रिक्वेस्ट लिक्विडेटर के माध्यम से किया था। कोर्ट ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र को पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा था। हालांकि दोनों बैंकों ने कोर्ट के ऑर्डर का पालन नहीं किया था।
कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान नीरव मोदी से पूछा गया था कि वह अदालती कार्यवाही के खर्चे कैसे जुटाएगा, जिसके जवाब में उसने कहा था कि वह लोगों से उधार लेकर काम चला रहा है, क्योंकि प्रत्यर्पण की प्रक्रियाओं के तहत उसकी संपत्तियां सीज हो गई हैं। इस कारण उसके पास सीमित संसाधन बचे हैं।