नई दिल्ली (मानवी मीडिया): आपको यह जानकर हैरानी होगी भारत में एक रेलवे स्टेशन पूरी तरह से खामोश हो गया है। ये स्टेशन चेन्नई में है जो 150 साल पुराना है। इस स्टेशन का नाम डॉ. एमजीआर रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन है। रविवार से स्टेशन में सार्वजनिक घोषणा प्रणाली बंद कर दी गई, जो दशकों से यात्रियों को उनकी ट्रेनों के बारे में बताता रही थी। हवाई अड्डों की तरह रेलवे स्टेशन पर अधिक पूछताछ बूथों और डिस्प्ले बोर्ड का सहारा लिया गया है। ऐसा करने वाला यह भारत का पहला स्टेशन भी बन गया है।
पुरैचै तलैवर डॉ एमजी रामचंद्रन सेंट्रल (MAS) स्टेशन पर ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान का समय
दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक आर एन सिंह द्वारा जारी किए गए बदलाव की घोषणा के आदेश में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि सभी विज़ुअल डिस्प्ले बोर्ड काम करने की स्थिति में हों और यात्रियों की सुविधा के लिए पूछताछ बूथों पर पर्याप्त कर्मचारी तैनात किए जाएं।
तमिल, हिंदी और अंग्रेजी में ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान दिखाने वाली बड़ी डिजिटल स्क्रीन स्टेशन के सभी तीन एंट्री प्वाइंट पर लगाई गई है। कॉन्कोर्स एरिया को भी 40-60 इंच के डिजिटल बोर्ड से कवर किया गया है। चेन्नई रेलवे डिवीजन के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि विज्ञापनों में कोई ऑडियो भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि रेलवे कर्मचारियों द्वारा संचालित यात्री सूचना केंद्र यात्रियों की मदद करेंगे। यहां रोज 200 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं।