मंत्री नन्दी ने उद्यमियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे उद्यमियों व व्यापारियों के साथ है। किसी के भी साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। मंत्री नन्दी ने कहा कि ये नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है, जहां गुण्डे माफिया के दिन लद चुके हैं और हर जगह कानून का राज है। जो बदमाश, गुंडे और माफिया उद्यमियों और व्यापारियों को परेशान करते थे, आज वे सलाखों के पीछे हैं। योगी सरकार के सुशासन का बुल्डोजर चल रहा है। जिसकी वजह से उद्यमियों और निवेशकों का उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए विश्वास बढ़ा है। मंत्री नन्दी ने कहा कि पिछले दिनों सम्पन्न हुए यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 में प्राप्त 33.50 लाख करोड़ का ऐतिहासिक निवेश प्रस्ताव उद्यमियों और निवेशकों के विश्वास का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश का ग्रोथ इंजन बन चुका उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी वाला राज्य बनने की ओर अग्रसर है। मंत्री नन्दी ने कहा कि सपा-बसपा की सरकारों में माफिया उद्यमियों से गुण्डा टैक्स वसूलते थे और हमारी सरकार उद्यमियों को इन्सेन्टिव प्रदान कर रही है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्पों और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि आज कुल नौ औद्योगिक इकाईयों को 39 करोड़ रूपए का इन्सेन्टिव प्रदान किया जा रहा है। मंत्री नन्दी ने कहा कि पिछली सरकारों की तरह हम निवेशकों को उनके हाल पर न छोड़ कर, निवेशकों का हाथ थाम कर उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में एक साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। मंत्री नन्दी ने कहा कि हमारे लिए उद्यमियों की सुविधा और सहुलियत सर्वोपरि है। हमारी सरकार चाहती है कि हमारे उद्यमी भी उद्योगों के ब्राण्ड अम्बेसडर बनें।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश एवं रोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना प्रारम्भ की गई थी। जिसके अंतर्गत नई इकाई स्थापित करने वाले उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए इन्सेन्टिव दिया जा रहा है। इस अवसर पर राज्य मंत्री औद्योगिक विकास श्री जसवन्त सिंह सैनी जी, एमडी पिकअप पीयूष वर्मा जी एव उद्यमी ंविष्णु पाण्डेय, मनोज सिंह, अनुज गर्ग, सिद्धार्थ लधानी, राजेश सबलोक, अनुज कुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
इन्हें दिया गया इन्सेन्टिव-
01- विष्णु प्रकाश पाण्डेय, यूएल इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जौनपुर- 4.49 करोड़
02- मनोज सिंह, सुयष पेपर मिल्स, बस्ती- 2.33 करोड़
03- अनुज गर्ग, देव्यानी फुड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, मथुरा- 5.99 करोड
04- नवनीत राव, विसाका इंडस्ट्रीज लिमिटेड, रायबरेली- 7.31 करोड़
05- सिद्धार्थ लधानी, अमृत बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड, अयोध्या, 1.65 करोड़
0़6- सिद्धार्थ लधानी, अमृत बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड, अयोध्या, 2.18 करोड़
07- राजेश सबलोक, वृन्दावन एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, मथुरा- 13.58 करोड़
08- अनुज अग्रवाल, सीपी मिल्क फुड प्रोडक्टस प्राइवेट लिमिटेड, बाराबंकी- 53.47 लाख
09- डीएस सिंह, गंगा पल्प एण्ड पेपपर्स प्राइवेट लिमिटेड, चंदौली- 63.61 लाख