हालांकि, बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने 3 लोगों को एनआईए द्वारा उठाए जाने पुष्टि की है। इनको बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा संयुक्त पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
बता दें कि विगत 31 जनवरी को नेपाल के जनकपुर धाम के गंडकी नदी से चली शालिग्राम शिला (पत्थर) को पूर्वी चंपारण के रास्ते अयोध्या ले जाया गया। पूर्वी चंपारण के चकिया होकर शालिग्राम के गुजरते समय सोशल मीडिया, फेसबुक पर वीडियो कॉल कर बदला लेने का वीडियो सामने आया था। इसमें ‘अयोध्या में बाबरी मस्जिद नहीं, तो श्रीराम मंदिर भी नहीं’ होने की बात कहते हुए श्रीराम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गयी थी।
इसके बाद बीती रात NIA पटना की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग छापेमारी की। हालांकि। मोतिहारी पुलिस के वरीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। लेकिन, सूचना है कि बीती रात हुई छापामारी में आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, हिरासत में लिए गए लोगों में PFIका सरगना रेयाज मारूफ भी शामिल है। पिछले दिनों पटना के फुलवारी शरीफ में PFI के ट्रेनिंग सेंटर चलाने के खुलासा में रेयाज मारूफ का नाम आया था। इसके बाद NIA की पटना लखनऊ और दिल्ली की टीम ने चकिया के कुंअवा गांव में छापामारी की थी, लेकिन रेयाज मारूफ हत्थे नहीं आया था।
बीती रात हुई छापामारी में सरगना रेयाज मारूफ के हिरासत में भी लेने की सूचना है। लेकिन, कौन-कौन इस कार्रवाई में हिरासत में लिये गये हैं इसकी पुष्टि होने के बाद ही स्पष्ट को पायेगा। बहरहाल, चकिया और मेहसी थाना क्षेत्र के गांवों छापेमारी होने की जानकारी मिल रही है।