लखनऊ (मानवी मीडिया)समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विरोधी दल अखिलेश यादव से आज जापानी प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर सार्थक चर्चा की। प्रतिनिधिमण्डल ने मेट्रो रेल, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, इकाना स्टेडियम, गोमती रिवरफ्रंट की तारीफ की।
समाजवादी सरकार के कामों की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि जापानी प्रतिनिधिमण्डल ने मलिहाबाद, चिनहट, लूलू मॉल सहित लखनऊ के बाजारों में व्यापारिक संभावनाओं का भी पता किया। उन्होंने बताया आम के जूस की जापान में बहुत मांग है। उनका जनेश्वर मिश्र पार्क जाने का भी कार्यक्रम है।
अखिलेश यादव ने बताया कि कृषि क्षेत्र में समाजवादी सरकार में मंडियों, कोल्ड स्टोरेज के विस्तार से किसानों को लाभान्वित करने की योजना थी। ग्र्रीन फील्ड लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे 21 महीने में बना। इस तरह का यह भारत में पहला एक्सप्रेस-वे है।
यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश 25 करोड़ की जनसंख्या का स्वयं में एक देश है। यहां जापानी सहयोग से व्यापक विकास हो सकता है। उन्होंने जापानी भागीदारी बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जापानी कम्पनियां आपसी तालमेल से काम करती है। ऊर्जा क्षेत्र में अच्छा सहयोग हो सकता है।
जपानी प्रतिनिधियों ने बताया कि द्वितीय विश्वयुद्ध में हिरोशिमा पर एटम बम के हमले के बाद जापानी भूख और खाद्यान्न के मूल्य को खूब समझ गए हैं। इसलिए वे खाना फेंकते नहीं है। जापानी श्रम का सम्मान करते हैं। वहां एक सेकेंड के लिए भी बिजली नहीं जाती है। अखिलेश यादव ने जापानी प्रतिनिधिमण्डल से वाराणसी और क्योटो शहर के बारे में चर्चा की।
अखिलेश यादव ने कहा कि जापान के साथ हमारे सद्भावपूर्ण रिश्ते रहे हैं। जब हरदुआगंज में समाजवादी सरकार के समय पावर प्लांट का उद्घाटन हुआ था तब जापानी कम्पनी के अधिकारियों ने श्री मुलायम सिंह यादव का चित्र, उनके मुख्यमंत्री के समय का भेंट किया गया था। उन्होंने जापानी प्रतिनिधिमण्डल को धन्यवाद दिया कि समाजवादी सरकार के समय के बाद जब वह विपक्ष में हैं तब भी वे भेंट करने आए।
यादव ने कहा कि जापानी प्रतिनिधिमण्डल से परस्पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में प्रदेश के विकास की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई है।