नई दिल्ली: (मानवी मीडिया) डीडीए द्वारा दिल्ली के महरौली में अतिक्रमण के नाम पर कई घरों को बुलडोज़र से ढहाया जा रहा है. इसे लेकर लोगों में गुस्सा है. प्रदर्शन किये जा रहे हैं. इस बीच विरोध प्रदर्शन के बीच कुछ महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर लाल मिर्च का पाउडर फेंक दिया. इनमें से कई को हिरासत में लिया गया है. दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार को महरौली पुरातात्विक उद्यान इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान करीब 1,200 वर्ग मीटर सरकारी जमीन वापस ली गयी है. डीडीए अधिकारी, पुलिस सुरक्षा के साथ शुक्रवार से अभियान चला रहे हैं. इस अभियान के विरोध में स्थानीय निवासियों ने प्रदर्शन किया . इसे लेकर आम आदमी पार्टी तथा भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
महिलाओं के एक समूह ने ध्वस्तीकरण अभियान के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज किया. इन आरोपों से इनकार करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कोई लाठीचार्ज नहीं किया गया और कोई घायल नहीं हुआ. वे (प्रदर्शनकारी) डीडीए कर्मियों और पुलिस के काम में बाधा डाल रहे थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर लाल मिर्च का पाउडर फेंका और उनमें से कुछ को हिरासत में लिया गया है. उचित कार्रवाई की जाएगी.’’
अधिकारियों ने बताया कि डीडीए का अतिक्रमण रोधी अभियान आज भी जारी रहा. यह अभियान नौ मार्च तक जारी रहेगा. यह प्रदर्शन ऐसे वक्त में हो रहा है जब एक महीने बाद दक्षिण दिल्ली के पुरातात्विक उद्यान में जी20 की एक बैठक होनी है. डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ अतीत में अदालत ने विभिन्न मामलों के सिलसिले में इस ऐतिहासिक उद्यान में अतिक्रमण का संज्ञान लिया है और पिछले कुछ दशकों में कई लोगों ने इस क्षेत्र में पांच-पांच, छह-छह मंजिलें मकान बना लिये हैं. पिछले दिसंबर में नोटिस जारी किया था और लोगों को अतिक्रमण हटाओ अभियान से वाकिफ करने के लिए दीवारों पर यह नोटिस चिपकाया गया था.’’
डीडीए ने महरौली पुरातात्विक उद्यान में लाडो सराय गांव की डीडीए जमीन पर से अतिक्रमण हटाने के लिए दिल्ली पुलिस की मदद से शुक्रवार को अभियान शुरू किया था. प्राधिकरण ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस उद्यान में 55 स्मारक हैं जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, दिल्ली के पुरातत्व विभाग और डीडीए के संरक्षण में हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) मार्च की शुरुआत में महरौली पुरातात्विक उद्यान में होने वाली जी20 बैठक के लिए पूरे जोरशोर से तैयारी कर रहा है.