कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार बार-बार तानाशाही और निरंकुशता का परिचय दे रही है। वह संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषणों के अंश हटाने और राज्यसभा सदस्य रजनी पाटिल को निष्कासित करने की घटना निरंकुशता और मनमानी का सबूत है।
उन्होंने कहा कि सरकार संसद में डराने, धमकाने और लोकतांत्रिक नियमों के साथ खिलवाड़ कर रही है। सरकार का इरादा संसद में टकराव कराना है और सहमति के लिए कोई रास्ता निकालना कभी उसकी मंशा नहीं रही है। उनका कहना था कि संसद में गांधी और खड़गे के भाषण के जो शब्द हटाये गए हैं वह सबके सामने हैं और इसमें कहीं भी असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल नहीं हुआ है।
प्रवक्ता ने कहा कि सभापति को निष्पक्ष होकर काम करते हुए सरकार के गलत परामर्श का समर्थन नहीं करना चाहिए था।
पाटिल के निष्कासन को नियमों के विरुद्ध बताते हुए उन्होंने कहा कि स्पष्टीकरण का जवाब मिलने से पहले उन पर निष्कासन की प्रक्रिया क्यों लागू की गई। उन्होंने इसे सरकार की मनमानी और तानाशाही बताया और कहा कि कांग्रेस अपने हक की लड़ाई लड़ती रहेगी।