बाराबंकी (मानवी मीडिया) स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. कैंप में नसबंदी कराने आई महिलाओं को डॉक्टरों ने बेहोश करने का इंजेक्शन देकर बिना ऑपरेशन किए गायब हो गए. डॉक्टरों की इस लापरवाही की वजह से कई महिलाएं शुक्रवार को दिनभर बेहोश रहीं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में लगे नसबंदी कैंप में 19 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था. आरोप है कि बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर डॉक्टर फिर दोबारा महिलाओं के पास नहीं गए. बेहोशी कम होने के बाद परिजन सीएचसी से महिलाओं को घर लेकर गये. सीएमओ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी शिविर लगाया गयाा था. सीएचसी पर नसबंदी के लिए 18 महिलाएं पहुंची. जानकारी के मुताबिक नसबंदी के लिए जिले से आने वाली टीम से बातचीत के बाद सीएचसी के डाक्टर ने पांच महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया. कई घंटे बीतने के बाद भी ऑपरेशन नहीं किया गया. परिजनों का आरोप है कि महिलाएं करीब चार घंटे तक सीएचसी पर बेहोश रहीं. उसके बाद भी सीएचसी के डाक्टरों ने उनकी कोई सुध नहीं ली.
रामनगर सीएचसी अधीक्षक डा. हेमंत गुप्ता ने बताया कि ऑपरेशन करने वाली टीम के डाक्टर की तबियत कुछ खराब हो गई थी. जिसके चलते वह लौट गए.सभी महिलाओं को एडमिट कर लिया गया था. होश आने के बाद सभी को घर भेज दिया गया.अगली तारीख में कैंप लगने पर आने के लिये बोला गया है. वहीं बाराबंकी के सीएमओ डाक्टर अवधेश कुमार यादव ने बताया कि सीएचसी रामनगर पर नसबंदी शिविर लगा था. टीम इंजेक्शन देने के बाद बिना ऑपरेशन किए लौट आई.पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.