लखनऊ (मानवी मीडिया) श्रीरामचरित मानस विवाद में स्वामी प्रसाद मौर्या के बाद अब भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर भी कूद पड़े हैं। उन्होंने भी श्रीरामचरित मानस से उस चौपाई को विवादित बताया है,जिस पर बखेड़ा खड़ा कर दिया गया है। चंद्रशेखर रावण ने कहा है कि विवादित चौपाई को हटाया जाये। इस चौपाई को लेकर सपा पार्टी से आये दिन नये-नये बयान दिया जा रहा है। इसके बाद इस विवाद में अब चंद्रशेखर का नाम जुड़ गया है।
दरअसल,बीते दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने श्रीरामचरित मानस को लेकर बयान दिया था। इसमें कुछ चौपाई को लेकर टिप्पणी की थी। स्वामी प्रसाद मौर्या ने उन पक्तियों को दलित विरोधी बताया था। उसके बाद उत्तर प्रदेश में जगह -जगह स्वामी प्रसाद मौर्या का विरोध शुरू हो गया था। वहीं चंद लोग उनके समर्थन में भी उतर आये थे।
जो समर्थन में उतरे थे,उन्हीं में से कुछ लोगों ने श्रीरामचरित मानस की प्रतियां जला दी। अब चंद्रशेखर रावण ने भी इस मामले में अपनी राय रखी और साथ ही एक समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुये विवादित चौपाई को हटाने का आरोप लगाया है।
चंद्रशेखर रावण ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था हासिये पर होने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि देश के लिए सबसे बड़ा धार्मिक ग्रंथ भारतीय संविधान है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग दलित और आदिवासी समाज को स्वीकार नहीं करते हैं। इतना ही नहीं उन्हें इंसान तक नहीं समझते।