कौशल महोत्सव 4 और 5 मार्च, को आयोजित ् युवाओं सुनहरा अवसर - मानवी मीडिया

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Monday, February 27, 2023

कौशल महोत्सव 4 और 5 मार्च, को आयोजित ् युवाओं सुनहरा अवसर

 

लखनऊ, (मानवी मीडिया): कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने अपने स्ट्रेटेजिक इम्प्लीमेन्टेशन और नॉलेज पार्टनर, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ श्रम और रोजगार मंत्रालय के सहयोग से और उत्तर प्रदेश सरकार के सपोर्ट से स्थानीय युवाओं को सशक्त बनाने के लिए सभी सेक्टर्स में रोजगार और अप्रेन्टिसशिप के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ में 4 और 5 मार्च को आयोजित होने वाले आगामी मेगा भर्ती अभियान कौशल महोत्सव की घोषणा करने के लिए आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की।

कौशल महोत्सव कोल्विन तालुकदार्स कॉलेज, लखनऊ में आयोजित किया जाएगा और इसमें भारत के युवाओं के लिए रोजगार और आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए ऑन-स्पॉट नौकरी की पेशकश प्रदान करने के लिए रिक्रूटर्स और जॉबसीकर्स को एक मंच पर लाकर उद्योगों में कौशल की मांग को बढ़ाने की और राज्य में आर्थिक विकास और विकास को गति देने की परिकल्पना की गई है। उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश में यह कौशल महोत्सव माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह की प्रेरणा से आयोजित हो रहा है। 

कौशल महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए भाजपा नेता नीरज सिंह ने कहा कि, मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ  के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में विकास की दर बहुत तेज रही है। उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट की सफलता हम सभी ने देखी है। इसमें 18 हजार कंपनियाँ आई हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, एविएशन, रोड, लॉजिस्टिक्स और अन्य सेक्टर्स में हमारे 35 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं। हमें इन सभी इंडस्ट्रीज़ के लिए अधिक से अधिक मानव संसाधन के रूप में कुशल लोगों की आवश्कता होगी। इस अवसर पर उन्होंने केन्द्रीय मंत्री  राजनाथ सिंह और शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री  धर्मेंद्र प्रधान का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि, “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हम नंबर एक हैं। खुशहाली का सबसे बड़ा माध्यम ही रोजगार का सृजन करना है। इस तरह के आयोजन प्रदेश के युवाओं के लिए बड़े अवसर लेकर आ रहे हैं। कौशल महोत्सव प्रदेश में समय-समय पर आयोजित किए जाते रहेंगे ताकि हमारे प्रतिभाशाली युवाओं को स्थानीय, राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अवसर मिलते रहें”। 

इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने कहा कि, “ रक्षामंत्री  राजनाथ सिंह के द्वारा लखनऊ के विकास कार्यों में सदैव ही बहुत सहयोग मिला है। उनके सहयोग से लखनऊ में 19 ओवरब्रिजों और 105 किलोमीटर की रिंगरोड बनाने के कारण आज देश की बड़ी-बड़ी कम्पनियाँ उत्तरप्रदेश में आ रही हैं जिससे युवाओं के लिए रोज़गार के बेहतर अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। हमारा ध्येय प्रदेश के युवाओं के लिए अधिक से अधिक जॉब क्रिएट करना है ताकि युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर जॉब के अवसर मिल सकें। आगामी 4 से 5 मार्च को आयोजित होने वाला कौशल महोत्सव इसी दिशा में बढ़ता हुए एक कदम है”। इस अवसर पर उन्होंने रोजगार श्रम मंत्रालय और कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय को हार्दिक धन्यवाद दिया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनएसडीसी के एग़्ज़ीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेन्ट (स्ट्रेटेजी) डॉ. मनीष मिश्रा ने कहा कि, “4 और 5 मार्च को आयोजित होने वाले कौशल महोत्सव में जिस प्रकार की कंपनियाँ आ रही हैं और जिस प्रकार के अवसर हम लेकर आ रहे हैं, इससे इंफ्रास्ट्रक्चर को एक मजबूती मिलेगी। इस कौशल महोत्सव में युवाओं को सिर्फ़ रोजगार ही नहीं मिल रहा है बल्कि उनके पास अप्रेंटिस का भी एक बहुत बड़ा अवसर होगा। अभी तक 18,000 हजार से अधिक उम्मीद्वार कौशल महोत्सव के लिए रजिस्टर कर चुके हैं।”

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में आनंद द्विवेदी उपाध्यक्ष भाजपा;  पीके पुंधीर डेप्युटी डायरेक्टर, डिपार्टमेंट ऑफ लेबर एंड एंप्लॉयमेंट, उत्तर प्रदेश सरकार; और पंख़ुरी बोरगोहाईं, जनरल मैनेजर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की भी उपस्थिति रही।

मेगा रिक्रूटमेंट ड्राइव में ऑटोमोटिव, लॉजिस्टिक्स, प्रोडक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स, अपैरल और टूरिज्म जैसे सेक्टर्स की भागीदारी होगी और इसमें 108 इमरजेंसी सर्विसेज, G4S, L&T कंस्ट्रक्शन, पोर्टियाहील एट होम, अपोलो होम केयर, जेबीएम , एचडीबी फाइनेंशियल, एचडीएफसी लाइफ इन्श्योरेन्स,  वेलस्पन, बारबेक्यू नेशन जैसी कम्पनियां शामिल होंगी। उम्मीदवारों के लिए लगभग 30,000 वैकेन्सी हैं, और 10,105 से अधिक उम्मीदवार पहले ही महोत्सव के लिए रजिस्टर हो चुके हैं, जो 100 से अधिक कंपनियों द्वारा 20 से अधिक सेक्टर्स में वैकेन्सी का लाभ उठा पाएंगे। आवेदन करने के लिए, उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए और उम्मीदवारों को अपने रिज्यूमे, आधार कार्ड और पासपोर्ट आकार की तस्वीरों की एक प्रति संबंधित स्थानों पर ले जानी चाहिए। 

जॉब हेतु आवेदन करने के लिए, उम्मीदवार कौशल महोत्सव की वेबसाइट https://kaushalmahotsav.nsdcdigital.org/ पर नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन से लेकर कम्पनियों द्वारा ऑन द स्पॉट ऑफर लेटर प्रदान किए जाने तक की पूरी प्रक्रिया नि:शुल्क है। उम्मीदवार खाद्य और कृषि, परिधान, ऑटोमोटिव, बीएफएसआई और कई अन्य सेक्टर्स में पोर्टल पर सूचीबद्ध विभिन्न जॉब रोल्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।

प्रस्तावित कौशल महोत्सव दो दिवसीय कार्यक्रम होगा जिसमें युवा उम्मीदवारों को काउंसलिंग, प्री-स्क्रीनिंग, मॉटिवेशनल सेशन, कई करियर पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करने सहित कई गतिविधियां होंगी। इस कार्यक्रम में कई सेक्टर स्किल काउंसिल (एसएससी), स्टाफिंग संगठनों और नियोक्ताओं की भागीदारी देखी जाएगी। कौशल महोत्सव विभिन्न शैक्षिक योग्यता वाले प्रतिभागियों और पीएमकेके, पीएमकेवीवाई, अप्रेंटिसशिप और कई कौशल विकास योजनाओं से संबंधित उम्मीदवारों सहित सभी के लिए आयोजित किया जा रहा है।

युवाओं में कौशल विकास के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई सेक्टर स्किल काउंसिल (एसएससी) और कंपनियां भी एक कौशल प्रदर्शनी के माध्यम से अपनी पेशकश दिखाएंगी। संबंधित उम्मीदवार नि:शुल्क साइकोमेट्रिक टेस्ट दे सकते हैं, ग्रुप काउन्सिलिंग में भाग ले सकते हैं, और अपने करियर को आकार देने में मदद करने के लिए विभिन्न कैरियर मॉड्यूल के बारे में जान सकते हैं। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ,मॉटिवेशनल स्पीकर्स और कैरियर सलाहकार भी शामिल होंगे, जो उम्मीदवारों को आगे बढ़ने के लिए निर्णय लेने में सहायता करेंगे।

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) की एक प्रमुख पहल, कौशल महोत्सव एक 'कुशल भारत' के मिशन को प्राप्त करने के लिए, बड़े पैमाने पर युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाओं को गति और उच्च मानकों के साथ बढ़ाने का एक और कदम है। रोज़गार मेला स्थानीय युवाओं को रोज़गार के अवसरों के साथ सक्षम बनाने के लिए रिक्रूटर्स और जॉब सीकर्स को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए राज्य में समय-समय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है।

राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के बारे में

राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), एक नोडल कौशल विकास एजेंसी है, जो भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत काम कर रही है। यह एक यूनीक पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) है जिसका उद्देश्य भारत में बड़े और गुणवत्तापूर्ण व्यावसायिक प्रशिक्षण इकोसिस्टम के निर्माण को बढ़ाना है। 2010 में अपनी स्थापना के बाद से, एनएसडीसी ने 600+ प्रशिक्षण भागीदारों और देश के600+ जिलों में फैले 10,000 से अधिक प्रशिक्षण केंद्रों के सहयोग से 3 करोड़ से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया है। एनएसडीसी ने 37 सेक्टर कौशल परिषदों (एसएससी) की स्थापना की है और सरकार की प्रमुख कौशल विकास योजनाओं जैसे प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई), राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) को लागू करती है। एनएसडीसी उन उद्यमों, कंपनियों और संगठनों को भी फंड देता है जो कौशल प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। एनएसडीसी रियायती लोन, अन्य नवीन वित्तीय उत्पादों और रणनीतिक साझेदारी की पेशकश करके कौशल विकास में निजी क्षेत्र की क्षमता निर्माण को सक्षम बनाता है।

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