लखनऊ (मानवी मीडिया) यूपी की राजधानी लखनऊ में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा श्रीरामचरितमानस के पन्नों को फाड़ने और इसे जलाने के आरोप में स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ पीजीआई थाने में रविवार देर रात प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
वहीं सोमवार को पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश में दबिश दे रही है। बता दें कि श्रीरामचरित मानस पर विवादित बयान देने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में रविवार को अखिल भारतीय ओबीसी महासभा वृंदावन योजना तिराहे पर रविवार सुबह करीब 10 बजे विरोध प्रदर्शन किया था। महासभा के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने श्रीरामचरित मानस के पन्नों की प्रतियां जलाईं थीं।
दोपहर इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जारी हो गया था। इसके बाद अखिल भारत महासभा हिंदू महासभा समेत कई अन्य संगठनों ने इसका विरोध किया था। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की थी। देर रात ऐशबाग के रहने वाला भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला कार्य समिति के सदस्य सतनाम सिंह उर्फ लवी की तहरीर पर पीजीआइ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया।