मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 110 पन्नों के संपादकीय में कहा गया है ‘जिस तरह बाबरी मस्जिद के ढांचे पर राम मंदिर बनाया जा रहा है उसे उड़ा दिया जाएगा और मूर्तियों के स्थान पर अल्लाह के नाम पर बाबरी मस्जिद का निर्माण किया जाएगा। ये सब बलिदान मांगता है।’
अलकायदा ने भारतीय मुसलमानों को संबोधित करते हुए कहा गया है कि उन्हें “इस कारण भौतिक नुकसान से डरना नहीं चाहिए”, क्योंकि वे पहले ही दशकों से जीवन और संपत्ति का नुकसान झेल चुके हैं। अगर यह जान माल जिहाद के लिए इस्तेमाल होता तो इतना नुकसान न होता।
उसने कहा, ‘यह सब सिर्फ बातचीत नहीं है। बाबरी मस्जिद को 30 साल पहले गिरा दिया गया था। गुजरात के अहमदाबाद में 20 साल पहले गर्भवती महिलाओं को उनके बच्चों के साथ पेट काटकर जलाया गया और आज हर जगह बुलडोजर चल रहे हैं।