ब्रह्मपुर (मानवी मीडिया) ओडिशा के गंजाम जिले में काले हिरणों की गणना की द्विवार्षिक कवायद रविवार को शुरू हो रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गंजाम ओडिशा का एकमात्र जिला है, जहां काले हिरण पाए जाते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि गंजाम के तीन वन प्रभागों-ब्रह्मपुर, घुमूसर दक्षिण और घुमूसर उत्तर में सौ से अधिक इकाइयों में तैनात 500 से ज्यादा कर्मी काले हिरणों की गणना करेंगे।
घुमूसर दक्षिण के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) दिलीप कुमार राउत ने बताया कि गणना सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक की जाएगी। उनके अनुसार विशेषज्ञों ने कर्मियों को काले हिरणों की गणना के तरीके के बारे में प्रशिक्षण प्रदान किया है। काला हिरण वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम-1972 की अनुसूची-1 में शामिल है। रेड डेटा बुक में इसे विलुप्तप्राय जीवों की श्रेणी में दर्ज किया गया है।
ओडिशा में पिछली बार वर्ष 2021 में काले हिरणों की गणना की गई थी। उस समय गंजाम जिले में काले हिरणों की आबादी 7,358 रिकॉर्ड की गई थी। पूर्व मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) एस एस श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के बिश्नोई समुदाय और सौराष्ट्र के वाला राजपूतों के अलावा गंजम के लोग, खासतौर पर जिले के अस्का क्षेत्र के पास स्थित बालिपदर-भेटानई इलाके के लोग काले हिरणों को काफी शुभ मानकर उनकी रक्षा करते हैं। काला हिरण संरक्षण समिति (गंजाम) के अध्यक्ष अमूल्य उपाध्याय ने कहा, “क्षेत्र के लोगों का मानना है कि धान के खेत में काले हिरण का दिखना उनके लिए सौभाग्य का प्रतीक है।”