लखनऊ (मानवी मीडिया) कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक और जेल में बंद उनके करीबियों से पूछताछ के लिए सीबीआई ने अपना होमवर्क शुरू कर दिया है। इसको लेकर एसटीएफ से मिली लंबी जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर कागजी तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक इनके अलावा प्रो. पाठक के तैनाती वाले विश्वविद्यालों में जिम्मेदार पद पर रहे लोगों से भी पूछताछ सीबीआई की योजना में है।
एसटीएफ की जांच रिपोर्ट में आगरा, एकेटीयू तथा बरेली में नियुक्ति, निर्माण, निविदा और अन्य कई मामलों में प्रो पाठक द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की लंबी फेहरिस्त है। आगरा, एकेटीयू में विभिन्न कार्यों के नाम पर जिन-जिन बैंक खातों में पैसे भेजे गए हैं, उनका भी ब्योरा रिपोर्ट में है। प्रोफेसर पाठक के करीबी अजय मिश्रा की कंपनी एक्सलिक्ट प्राइवेट लिमिटेड की प्रिंटिंग प्रेस से कानपुर विश्वविद्यालय के अलावा 10 अन्य विश्वविद्यालयों के प्रश्न पत्र बरामद हुए थे। कानपुर विश्वविद्यालय ने फरीदाबाद की सॉलिटेयर प्रिंटो टेक को प्रश्न पत्र छापने ठेका दिया था, लेकिन वह अजय मिश्र के प्रिंटिंग में छप रहे थे। भ्रष्टाचार के इन सारे मामलों का दस्तावेजी सबूत वाया एसटीएफ सीबीआई के पास पहुंच गए हैं।