लखनऊः (
मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी की प्रेरणा से राजभवन में 1 जनवरी, 2023 से विभिन्न परम्परागत खेल प्रतियोगिताओं का दौर जारी है। इसी क्रम में आज सुबह से देर शाम तक शतरंज की बिसात पर शह और मात होती रही। शतरंज की बिसात पर आज राजभवन के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर महिलाएं और बच्चे शह बचाते और मात देते नजर आए। टीमों की प्रतिभागिता देर शाम तक जारी रही। महिला वर्ग में 7, पुरूष वर्ग में 15, अंडर 15 आयु वर्ग में 03 तथा 15 से ऊपर वर्ग के 06 खिलाड़ियांे ने इस प्रतियोगिता में हिस्सेदारी की। खेल विभाग से शतरंज एसोशिएशन से आए शतरंज आर्बीटर ने जानकारी दी कि आज की इस प्रतियोगिता में स्विस सिस्टम से पूल बनाए गए हैं, जिसमें अंक गणना के आधार पर प्रतिभागियों को सेमी फाइनल और फाइनल राउण्ड में खेलने का अवसर मिलेगा।
शतरंज के अतिरिक्त आज पुरूष और महिला वर्ग कैरम के 18 मैच, बैडमिंटन के 13 मैच, पुरूष वर्ग गिल्ली डंडा के 05 मैच भी खेला गया। अधिकारियों और कर्मचारियों की सहभागिता में खेले जा रहे खेलों के दौरान हार-जीत में चरम पर खेल-भावना दिखाई देती रही। महिलाएं अपने खेल के साथ-साथ अन्य प्रतिभागियों का हौंसला बढ़ाती नजर आयीं।
ज्ञात हो कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से राजभवन में प्रतिवर्ष परम्परागत खेलों का आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में जारी इस प्रतियोगिता में खो-खो, कबड्डी, गिल्ली-डंडा, लंगड़ी, रस्सीकूद, गोलाफेंक, लम्बी कूद, 100 मी0 दौड़, स्लो साइकलिंग रेस, वालीबाल, रस्सा खींच, टेबल टेनिस, शतरंज, जूडो, कैरम, बैडमिंटन आदि खेलों का आयोजन होगा।