लखनऊ: (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री एवं प्रयागराज शहर दक्षिणी विधायक नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने रविवार को उत्तर प्रदेश टूरिज्म मिनिस्ट्री द्वारा अरैल में संगम किनारे सोमेश्वरनाथ मंदिर के सामने बनाए गए अत्याधुनिक टेंट सिटी का उद्घाटन किया ताकि माघ मेला में आने वाले लोग टेंट सिटी में रह कर गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर लगने वाले माघ मेला का आनन्द ले सकें और यहां रह कर माघ मेले की दिव्यता और भव्यता का एहसास करते हुए ईश्वर की आराधना कर सकें। जहां पर लोगों को धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव के साथ ही संगम किनारे प्रवास की सुखानुभूति होगी। टेंट सिटी के उद्घाटन के अवसर पर माघ मेला प्रभारी अरविंद सिंह चैहान व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।टेंट सिटी का उद्घाटन करते हुए मंत्री नन्दी ने कहा कि संगम नगरी प्रयागराज में कुम्भ और माघ मेला का आयोजन वर्षों से होता आ रहा है लेकिन 2019 में मोदी और योगी सरकार ने दिव्य कुम्भ और भव्य कुम्भ का आयोजन कर पूरे विश्व को भारत की संस्कृति, सभ्यता, वैभव और अध्यात्म से जोड़ा। अब 2025 में भी दिव्य और भव्य महाकुम्भ का आयोजन होने जा रहा है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि हमारा मकसद प्रयागराज की सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर को विश्व पटल पर प्रदर्शित करना है। हम मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के इस पवित्र संगम में हर उस व्यक्ति को गोता लगवाना चाहते हैं, जो अपनी धार्मिक विरासत को सहेजना चाहता है, करीब से देखना चाहता है, यहां कल्पवासियों की तपस्या को समझना चाहता है। संगम की रेती पर चलने वाली महीने भर की इस तपस्या को देखने समझने और जानने के लिए देश विदेश के लोगों में बड़ी ललक है। लेकिन अभी तक बाहरी लोगों के लिए इस तरह की सुविधाएं केवल कुम्भ मेला के दौरान ही उपलब्ध होती थी। कुुम्भ मेला की तरह माघ मेला में भी लोग यहां आकर रह सकें, माघ मेले की दिव्यता और भव्यता का आनन्द ले सकें। इसलिए माघ मेले में टेंट सिटी को स्थापित किया गया है। ताकि लोग यहां मेले की भव्यता का आनंद ले सकें, प्रदेश सरकार अब इस ओर आगे बढ़ रही है। आने वाले दिनों में टेंट सिटी की भव्यता को और व्यापक बनाया जाएगा।
अरैल में संगम किनारे सोमेश्वर मंदिर के सामने करीब 11 बीघे में बसाई गई इस टेंट सिटी में 20 डीलक्स टेंट सेट लगाए गए हैं। इसके अंदर डबल बेड बेडरूम, अटैच वाशरूम के साथ ही कम्यूनिटी किचन की व्यवस्था है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर टेंट सिटी के सामने संगम की ओर जाली नुमा बैरिकेटिंग लगाई गई है और पीछे की ओर लोहे के टीन से पूरी तरह बैरिकेट किया गया है। हर टेंट में रंग बिरंगी कालीन के साथ ही हरे रंग की घास वाली मैट भी लगाई गई है, जो पूरी तरह लॉन का लुक देता है।
धार्मिक आध्यात्मिक और प्राकृतिक सौंदर्यता से ओतप्रोत इस टेंट सिटी को बसाने का मकसद प्रयागराज में टूरिज्म क्षेत्र को बढ़ावा देना है। इससे यहां की ऐतिहासिक, भौगोलिक सांस्कृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक उपलब्धियों के बारे में देश विदेश के लोगों को परिचित कराया जा सके। इस अत्याधुनिक टेंट सिटी को बनाने के लिए अहमदाबाद, वाराणसी, बंगाल, गुजरात समेत अन्य प्रदेशों से कारीगरों को बुलाया गया है। इसकी बुकिंग के लिए टूरिजम मिनिस्ट्री की अधिकृत वेबसाइड पर जानकारी मिल सकेगी। इससे पहले यह टेंट सिटी महाकुम्भ या कुम्भ के पर्व पर ही बसाई जाती थी। पहली बार माघ मेले में इसे बसाया गया है।