लखनऊ (मानवी मीडिया) डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में आउटसोर्सिंग के माध्यम से तैनात कर्मचारी ने संस्थान प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के साथ गुलामों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया है। साथ ही संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक समेत एक अन्य चिकित्सक को कानूनी नोटिस भेजा है।
दरअसल, लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रशासनिक अधिकारियों और सेवा प्रदाता फर्म पर आउटसोर्स कर्मचारियों के उत्पीड़न का आरोप आये दिन लगते रहते हैं। बीते दिनों वर्दी,आई कार्ड नेमप्लेट तथा बायोमेट्रिक के नाम पर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के वेतन काटे जाने का मामला सामने आया था। इसी बीच लोहिया संस्थान के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के अध्यक्ष करुणेश तिवारी को ड्यूटी ट्रांसफर के बाद कार्यमुक्त कर दिया गया।
जिसके बाद करूणेश तिवारी ने दो माह तक नौकरी पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से सिफारिश की। उसके बाद भी जब उनकी ज्वाइनिंग नही हुई तो उन्होंने श्रम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उसके बाद अब सेवा प्रदाता एजेंसी समेत लोहिया संस्थान के प्रशासनिक अधिकारियों को लीगल नोटिस भेजी गई है। करुणेश तिवारी का कहना है कि किसी भी मरीज या तीमारदार ने उनकी शिकायत नहीं की। फिर भी उन्हें नौकरी से हटा दिया गया। संस्थान के अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों के साथ गुलामों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।