आगरा: (मानवी मीडिया) ताजमहल को लेकर एक फिर से विवाद बढ़ता दिखाई दे रहा है। हिंदुवादी संगठन ने ताजमहल में शुक्रवार को अदा होने वाली नमाज को बंद कराने और हर वर्ष होने वाले शाहजहां उर्स का विरोध किया है। मंगलवार को हिंदूवादियों ने एएसआई कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर नमाद अदा होनी बंद नहीं की गईं तो महाशिव रात्रि पर ताजमहल में शिव पुराण पढ़ा जाएगा। ताजमहल को तेजा महालय बताने वाले अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने माल रोड एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ताजमहल अगर कोई हिंदू आरती करने जाता है तो उनके खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हो जाते हैं, जबकि हर साल शाहजहां का उर्स मनाया जाता है। शुक्रवार को स्थानीय लोग नमाज अदा करते हैं। इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। प्रांतीय अध्यक्ष मीना दिवाकर ने चेतावनी दी है कि 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है। चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो वे महाशिव रात्रि पर शिव पुराण का पाठ करेंगे।
महाशिवरात्रि पर करेंगे ताजमहल में पाठ
अखिल भारतीय हिंदु महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने कहा है कि वे ताजमहल में होने वाली गतिविधियों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। इसके बाद वे महाशिव रात्रि पर एक हजार लोगों के साथ शिव पुराण का पाठ करेंगे। उन्होंने बताया कि उन्होंने ताजमहल में होने वाले शाहजहां उर्स और शुक्रवार को होने वाली नमाज के लिए अनुमति देने वाली बॉडी के बारे में जानकारी मांगी थी, जिसमें उन्हें जवाब मिला है कि इसके लिए किसी भी बॉडी ने कोई अनुमति नहीं दी है।
सरकार को भेजा लीगल नोटिस
अखिल भारतीय हिंदु महासभा ने ताजमहल में होने वाले उर्स और नमाज अदाएगी को लेकर भारत सरकार को लीगल नोटिस भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि जब अन्य धर्म को बिना अनुमति के नमाज पढ़ने दी जा रही है तो उन्हें आरती करने से क्यों रोका जाता है। भगवा कपड़ा भी अंदर नहीं जाता है जबकि शाहजहां उर्स में कव्वालियां कराई जाती है। इस नोटिस में उन्होंने एक आरटीआई का जवाब भी संलग्न किया है। इसमें नमाज और शाहजहां उर्स के लिए अनुमति का जवाब मांगा था।