सशस्त्र बल रात में घरों में घुस रहे हैं, लड़कों को उठा रहे हैं, घरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं, जानबूझकर फर्श पर राशन गिरा रहे हैं, चावल के साथ तेल मिला रहे हैं, आदि। शोपियां में 4 लोगों को आर्मी कैंप में बुलाया गया और ‘पूछताछ’ (यातना) की गई। उनके पास एक माइक रखा गया, ताकि पूरा इलाका उनकी चीखें सुन सुने और आतंकित हो। इससे पूरे इलाके में डर का माहौल बन गया।
हालांकि भारतीय सेना ने शेहला रशीद के आरोपों को खारिज करते हुए इसे निराधार बताया। भारतीय सेना ने कहा था, ‘इस तरह की असत्यापित और फर्जी खबरें शत्रुतापूर्ण तत्वों और संगठनों द्वारा लोगों को भड़काने के लिए फैलाई जाती हैं।’ अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव ने शेहला रशीद के उपरोक्त ट्वीट के संबंध में शिकायत की।