लखनऊ (मानवी मीडिया) सड़क सुरक्षा मुख्यमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता में है। सड़क सुरक्षा बहुत ही संवेदनशील विषय है। सड़क सुरक्षा जनता से सीधे जुड़ा हुआ विषय है। इस दिशा में काफी सुधार किये जाने की जरूरत है। इसमें लोक निर्माण विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर सड़क सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया सकता है। यह बातें प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने सड़क सुरक्षा एवं ब्लैक स्पॉट के अल्पकालिक सुधारीकरण हेतु आयोजित एक दिवसीय कार्यक्रम में कहीं।
लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में 5 जनवरी से 4 फ़रवरी 2023 तक मनाए जाने वाले सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा लोक निर्माण विभाग स्थित तथागत सभागार में सड़क सुरक्षा एवं ब्लैक स्पॉट के अल्पकालिक सुधारीकरण हेतु आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना एवं उससे होने वाली जनहानि को रोकना बहुत ज़रूरी है। सड़क सुरक्षा से जुड़े कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। ख़ानापूर्ति बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लापरवाही मिलने पर सम्बंधित की जवाबदेही तय की जाएगी।
लोक निर्माण मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि रोड सेफ्टी के अन्तर्गत पिछले वर्षों में स्वीकृत एवं वर्तमान में स्वीकृत समस्त कार्यों को प्रत्येक दशा में 31 मार्च 2023 तक पूर्ण किया जाय। श्री जितिन प्रसाद ने कहा कि सड़क सुरक्षा हेतु ब्लैक स्पॉट का चिन्हीकरण एवं सुधारीकरण बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्देश दिये कि वर्ष 2021 में चिन्हित 1027 तथा वर्ष-2022 में चिन्हित 1041 ब्लैक स्पॉट का स्वामित्व निर्धारण एवं समस्त मार्गों पर पड़ने वाले संकरी पुल/पुलियों का चिन्हीकरण 11 जनवरी 2023 तक पूर्ण कर लिया जाय। मार्गों के कैरियज-वे पर आने वाले इलेक्ट्रिक पोल एवं पेड़ों को हटाने की कार्यवाही तत्काल की जाय।
प्रसाद ने निर्देश दिये कि राज्य मार्गों, प्रमुख जिला मार्गों से निकलने वाले ग्रामीण मार्गों, जिनका लेवल मुख्य मार्गों से काफी नीचे है, के सुधारीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाय तथा प्रमुख जिला मार्गों पर अवैध कट को बन्द कराये जाने हेतु जिला प्रशासन एवं पुलिस का सहयोग लेकर प्रभावी कार्यवाही की जाय। मार्गों पर पूर्व से लगे हुए रोड साइनेज का आवश्यकतानुसार रिपेयर/रिपलेसमेन्ट/रिलोकेट करने हेतु निरीक्षण एवं चिन्हीकरण की कार्यवाही करते हुये प्राथमिकता से कमियों का निराकरण किया जाय। रोड साईनेज के स्पष्ट दृष्यता हेतु मार्गों के आस-पास उगी झाड़ियों कि तत्काल सफ़ाई करायी जाय।
लोक निर्माण मंत्री ने निर्देश दिया कि मार्गों के जंक्शन के सुधार कार्य, मार्गों पर स्थित स्कूल, हॉस्पिटल एवं जनसमुदाय केन्द्रों पर रोड सेफ्टी से सम्बन्धित कार्य प्राथमिकता से कराये जाय। उन्होने कहा कि जिला सड़क सुरक्षा समितियों की मासिक बैठक प्रति माह की 07 तारीख को सम्पन्न कराते हुये उसका कार्यवृत्त मोर्थ के पोर्टल पर अपलोड किया जाय। नयी परियोजनाओं के डी0पी0आर0 गठन में रोड सेफ्टी डिजाइन का प्राविधान अवश्य किया जाय। उन्होने कहा कि विभाग अपने स्वामित्व वाले सभी वाहनों पर मानकानुसार रिफ्लेक्टिव टेप तत्काल लगाये, ताकि कोहरे के दौरान विभागीय वाहनों से किसी दुर्घटना की सम्भावना न रहे।
लोक निर्माण राज्यमन्त्री बृजेश सिंह ने इस अवसर पर कहा कि सड़क सुरक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है इसको एक सामाजिक मुद्दा बनाए जाने की आवश्यकता है इसके लिए सामाजिक जागरूकता अभियान चला कर लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी के कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय, जिससे इसकी लाइफ अधिकाधिक हो।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में आई०आई०टी० दिल्ली की विशेषज्ञ प्रो. गीतम तिवारी तथा आई०आई०टी० बी०एच०यू० के विशेषज्ञ प्रो. अंकित गुप्ता ने सड़क सुरक्षा एवं ब्लैक स्पॉट के सुधारीकरण विशेषकर अल्पकालिक सुधारीकरण हेतु विस्तार से अपने विचार व्यक्त किये तथा नवीन जानकारियों से सभी अभियंताओं को अवगत कराया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नरेंद्र भूषण ने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये मार्गदर्शन एवं निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रमुख अभियन्ता (विकास) एवं विभागाध्यक्ष संदीप कुमार, प्रमुख अभियन्ता (परिकल्प एवं नियोजन) अरविन्द कुमार (जैन), प्रमुख अभियंता वी0के0 श्रीवास्तव सहित मुख्यालय स्थित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा ऑनलाइन माध्यम से समस्त क्षेत्रीय मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशाशी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता तथा अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।