लखनऊ (मानवी मीडिया) यूपी एसटीएफ ने भ्रष्टाचार के मसले पर घिरे कानपुर यूनिवर्सिटी के वीसी विनय पाठक पूरा चिट्ठा तैयार कर शासन को सौंप दिया है। शासन की ओर से तीन दिन पहले इस प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने जाने की सिरफारिश की गई है। हालांकि इस सन्दर्भ में सीबीआई की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो, शासन यूपी एसटीएफ से कानपुर यूनिवर्सिटी के वीसी विनय पाठक प्रकरण में प्रोग्रेस रिपोर्ट मांगी थी। इसमें गहनता से जांच के साथ कार्रवाई का ब्योरा भी मांगा गया था।
इस आधार पर यूपी एसटीएफ ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। स्पेशल टास्क के एक अधिकारी की मानें तो पांच दिन पहले शासन ने इस मामले की सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी है। इसके अलावा शासन ने अब तब की प्रगति का ब्योरा स्पेशल टास्क से मांगा था।
गौरतलब है कि 26 अक्टूबर को राजधानी के इंदिरानगर कोतवाली में वीसी विनय पाठक समेत अजय मिश्र के खिलाफ डेविड मारियो ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद एसटीएफ ने अजय मिश्र, अजय जैन और संतोष कुमार कर जेल भेज दिया था। संतोष ने बरेली में बीएड परीक्षा केन्द्र में कोरोना किट सप्लाई का काम लिया था। संतोष की कंपनी के नाम पर अजय ने कमीशन लिया था।