लखनऊ (मानवी मीडिया) प्रदेश की योगी सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं में नकल पर पूरी तरह से नकेल कस दी है। 16 फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माध्यमिक शिक्षा परिषद को हर जरूरी कदम उठाने को कहा है।
इसके तहत माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान कक्ष निरीक्षकों के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें प्रमुख तौर पर अब परीक्षार्थी की तरह कक्ष निरीक्षक भी परीक्षा के दौरान मोबाइल, कैलकुलेटर या ऐसे किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग नहीं कर सकेंगे। जो परीक्षा में नकल का कारण बने।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कक्ष निरीक्षकों के चयन से लेकर उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों और उत्तरदायित्वों का पूरा लेखा-जोखा जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर 50 प्रतिशत कक्ष निरीक्षक बाहरी रखे जाएंगे।
साथ ही, जिस दिन जिस विषय की परीक्षा हो, उस सत्र में उस विषय के अध्यापक की ड्यूटी कक्ष निरीक्षक के रूप में नहीं लगाई जाएगी। यही नहीं, पुरुष कक्ष निरीक्षक द्वारा किसी भी बालिका परीक्षार्थी की तलाशी नहीं ली जाएगी और छात्रों की तरह कक्ष निरीक्षक भी परीक्षा के दौरान मोबाइल, कैलकुलेटर या ऐसे किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग नहीं कर सकेंगे।
प्रमुख निर्देश
- प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर 50 प्रतिशत कक्ष निरीक्षक बाहरी रखे जाएंगे।
- विषय विशेषज्ञता वाले अध्यापकों की ड्यूटी उसी विषय की परीक्षाओं में नहीं लगेगी।
- पुरुष कक्ष निरीक्षक द्वारा किसी भी बालिका परीक्षार्थी की तलाशी नहीं ली जाएगी।
- परीक्षा के दौरान मोबाइल, कैलकुलेटर या ऐसे किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का कक्ष परीक्षक उपयोग नहीं कर सकेंगे।