प्रयागराज (मानवी मीडिया) समाजवादी पार्टी की महिला विधायक विजमा यादव की 21 साल पुराने मामले में मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए सपा विधायक को अपनी सफाई और साक्ष्य पेश करने का अंतिम मौका दिया है. इस मामले में अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी, जब उन्हें अपने गवाहों को अदालत में पेश करना होगा. विजमा देवी पर सड़क जाम करने और हंगामा करने का आरोप है.
इससे पहले विजमा देवी की ओर से अदालत में 12 गवाहों की सूची सौंपी गई थी, जिनकी शुक्रवार को आखिरी गवाही होनी थी, लेकिन इनमें से कोई गवाह जब अदालत में हाजिर नहीं हुआ तो कोर्ट ने सपा विधायक को अब 16 जनवरी तक सभी साक्ष्य और गवाहों को पेश करने का अंतिम मौका दिया है. विजमा देवी पर आरोप है कि 21 साल पहले उन्होंने ही लोगों को सड़क जाम करने और हिंसा करने के लिए भड़काया था, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था. इस हंगामे में पुलिस टीम में शामिल कई पुलिसकर्मियों को चोट आई थी.
जानें क्या है मामला?
दरअसल सपा विधायक विजमा यादव के खिलाफ ये मामला 21 साल पुराना है. जो सहसा चौकी के सामने हुआ था. जब 21 सितंबर 2000 श्यामबाबू के सात साल के बेटे आनंदी जी उर्फ छोटू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. इस मौत के बाद लोगों ने उसके शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था और बल्ली-ईंट रखकर नाजायज तरीके से बलवा किया गया था. इस भीड़ में कई लोग असलहों से लैस थे. इन लोगों ने मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी सराय इनायत, कृपाशंकर दीक्षित और पुलिस की टीम पर ईंट और हथियारों से हमला किया. जिसके बाद काफी हंगामा देखने को मिला था.