नई दिल्ली (मानवी मीडिया): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर 12 जनवरी को कर्नाटक के हुबली में इस वर्ष के राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की। 26वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव 12 से 16 जनवरी तक कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ में आयोजित किया जाएगा और इसका आयोजन कर्नाटक सरकार के सहयोग से केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, इस महोत्सव का उद्देश्य अमृत काल के दौरान राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका को बढ़ाना है। इसलिए, यह युवाओं के बीच प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए पंच प्रण के संदेश को प्रसारित करने का एक प्रयास होगा।
अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि भारत इस साल जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है, जो हर भारतीय के लिए बहुत गर्व की बात है। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय जी-20 की वाई (यूथ)-20 गतिविधियों के लिए पूरे देश में वाई टॉक्स का आयोजन कर रहा है। राष्ट्रीय युवा महोत्सव वाई-20 की थीम के बारे में युवाओं को संवेदनशील बनाकर देश भर में वाई-20 के लिए उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करेगा। उन्होंने बताया कि प्रतिभागी वाई-20 के संदेश और विषयों को देश के कोने-कोने तक ले जाएंगे। महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए भारत सरकार के युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव मीता आर. लोचन ने कहा कि कर्नाटक सरकार के सहयोग से केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय हुबली-धारवाड़, कर्नाटक में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
इस उद्घाटन समारोह में 30,000 से अधिक युवा शामिल होंगे, जहां प्रधानमंत्री उनके साथ अपना विजऩ साझा करेंगे। इस अनूठे पांच दिवसीय आयोजन के दौरान, मान्यता प्राप्त और अपने कार्यक्षेत्र में अग्रणी, पूरे भारत के 7500 से अधिक युवा प्रतिनिधि, सीखने की विभिन्न गतिविधियों में शामिल होने के लिए एक साथ मौजूद होंगे। इस वर्ष महोत्सव की थीम विकसित युवा, विकसित भारत है। महोत्सव की गतिविधियों में शामिल हैं (1) छात्र केंद्रित शासन और डिजिटल इंडिया जैसे प्रासंगिक विषयों पर चर्चा। अपने क्षेत्र के अग्रणी और अन्य विशेषज्ञ, निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ इस बारे में जीवंत चर्चा करेंगे कि छात्र-केंद्रित शासन को कैसे सुविधाजनक बनाया जाए। (2) साहसिक खेल गतिविधियां, जैसे स्कूबा डाइविंग आदि को शामिल किया गया है। (3) कलारिपयतु (केरल), सिलंबम (तमिलनाडु), गतका (पंजाब), मल्लखंब (महाराष्ट्र) जैसे पारंपरिक खेलों की प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं। (4) लोक नृत्य और लोक गीत जैसे प्रतिस्पर्धी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।