नई दिल्ली (मानवी मीडिया): केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को मुंबई की एक विशेष अदालत में पेश किया जहां सीबीआई को 26 दिसंबर, सोमवार तक की हिरासत मिल गई है। सीबीआई ने शुक्रवार को बैंक अधिकारियों और वीडियोकॉन समूह से जुड़े एक ऋण धोखाधड़ी मामले में कोचर को गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि चंदा कोचर ने एक आपराधिक साजिश रची और छह अलग-अलग कंपनियों को ऋण जारी किया। ऋण की राशि कई करोड़ रुपये थी और उसने अन्य बैंकों पर अपना ऋण पारित करने के लिए दबाव डाला था। शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने जनवरी 2019 में मुंबई शाखा में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।
जांच एजेंसी ने चंदा कोचर के खिलाफ आईपीसी की धारा 409 लगाने के लिए एक आवेदन भी दिया है। सीबीआई के एक अधिकारी के अनुसार, चंदा कोचर, उनके पति और वीडियोकॉन ग्रुप के वेणुगोपाल धूत के खिलाफ दायर जनवरी 2019 के आधार पर गिरफ्तारियां की गईं।
नूपावर रिन्यूएबल्स, सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को भी एफआईआर में आरोपी बनाया गया था। वीडियोकॉन समूह को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से ऋण के रूप में कई सौ करोड़ रुपये मिलने के बाद धूत ने कथित तौर पर नूपावर में करोड़ों रुपये का निवेश किया। अधिकारी ने कहा, हमने उनके ठिकानों पर तलाशी अभियान भी चलाया है और मामले से जुड़े कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं।