कानपुर देहात में पुलिस हिरासत में मारे गये बलवंत सिंह के परिवार से आज मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बलवंत सिंह का परिवार बहुत दुःखी है। परिवार ने जो देखा है, ऐसी घटना किसी के साथ न हो। बलवंत सिंह को पुलिस ने ही मार दिया। पुलिस की वजह से जान गई। उसे तीन घंटे तक मारा गया। बलवंत सिंह के परिजनों ने बताया कि पुलिस उनके सामने ही पीट रही थी। इतना पीटा कि कल्पना नहीं की जा सकती है। मौत के लिए पुलिस जिम्मेदार है। इसमें साजिश और षड़यंत्र है।
उन्होंने मांग किया कि घटना की सीबीआई या हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच कराए। जाय। परिवार को न्याय मिले। बलवंत सिंह की पत्नी को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रूपये की मदद दी जाय।
अखिलेश यादव ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है। पुलिस हिरासत में लगातार मौंते हो रही हैं। इसी तरह की एक घटना गोण्डा में भी पिछले दिनों हुई थी। जहां पुलिस की पिटाई से युवक की मौत हो गई थी। जब वहां लोगों ने विरोध किया तो पुलिस शव लेकर भाग गई।
यादव ने आज ही कानपुर जेल पहुंचकर पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात की और उनसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विधायक इरफान सोलंकी को झूठे मामलों में फंसाया गया है। पार्टी पूरी तरह से उनके साथ है और कानूनी लड़ाई में पूरी मदद करेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार समाजवादी पार्टी के नेताओं और विधायकों को साजिश और षड़यंत्र के तहत फंसाना चाहती है। जब सपा विधायकों को झूठे मामलों में जेल भेजा जा रहा है तो प्रदेश में किसी को न्याय मिल नहीं सकता है।
यादव ने कहा कि कुछ अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। लेकिन वे याद रखे कि समय बदलता है। जो गलत काम कर रहे हैं, उन पर भी कार्यवाही होगी।