धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधानभवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मदरसों के सर्वे के संबंध में कहा कि प्राप्त सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ऐसे मदरसों को चिन्हित किया जाए जिनकी वित्तीय स्रोत की स्थिति स्पष्ट नहीं है और वह बच्चों के भविष्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा हेतु सभी आवश्यक कार्य सुनिश्चित किया जाए और इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि बच्चों को ससमय स्कूल डेªस और किताबें उपलब्ध हो सके।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि कक्षा-9 एवं 10 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति सुगमता पूर्वक उपलब्ध हो सके और फर्जी छात्रवृत्ति का वितरण किसी भी दशा में न होने पाये। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को बेहतर एवं आधुनिक शिक्षा दिलाने की दिशा में राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित है और उन्हें आधुनिक शिक्षा और विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए हरसम्भव कार्य और प्रयास किये जायेगे।
बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए विभिन्न लाभकारी योजनाओं के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। इसलिए आवश्यक है कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ अल्पसंख्यक वर्ग को मिले ताकि उनका सर्वागीण विकास हो सके। बैठक मे उ0प्र0 मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा0 इफ्तिखार अहमद जावेद भी उपस्थित थे।
बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका गर्ग ने मंत्री जी को यथाशीघ्र सभी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किये जाने का आश्वासन दिया। बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के विशेष सचिव आनन्द कुमार सिंह, विशेष सचिव अनिल कुमार, निदेशक जे0 विभा, संयुक्त सचिव गुलाब, उपसचिव शकील अहमद सिद्दीकी, उ0प्र0 मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह, संयुक्त निदेशक एस0एन0 पाण्डेय उपनिदेशक राहुल गुप्ता तथा लेखाधिकारी श्री आनन्द उपस्थित थे।