पुलिस मित्र होने का दावा करने वाली यूपी पुलिस का चेहरा हुआ बेनकाब - मानवी मीडिया

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Sunday, December 18, 2022

पुलिस मित्र होने का दावा करने वाली यूपी पुलिस का चेहरा हुआ बेनकाब


उत्तर प्रदेश  (
मानवी मीडिया अमेठी पुलिस अपने कारनामों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहती है. जहां आज भी पुलिस के कारनामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

इसके साथ ही पुलिस मित्र होने का दावा करने वाली पुलिस का असली चेहरा भी सामने आया है,जिससे पुलिस की कार्य शैली पर सवाल भी खड़े हो रहे है. वहीं,अमेठी पुलिस का एक ऐसा ही कारनामा जिले के जामो थाना में देखने को मिला है, जिसमें थाना प्रभारी अखिलेश गुप्ता तीन लड़कों को थर्ड डिग्री की सजा दे रहे है. हालांकि, वीडियो मे साफ तौर पर देखा जा रहा है.

दरअसल, सूबे की यूपी पुलिस जब से हाईटेक पुलिस का दर्ज मिला है तब से पुलिस के कारनामें भी बड़े-बड़े कर रही है. अमेठी पुलिस का एक ऐसा ही कारनामा जामो थाना में देखने को मिला है. जहां थाना प्रभारी अखिलेश गुप्ता एक युवक की डंडे से पिटाई कर रहे है.युवक छोड़ने के लिये गिड़गिड़ा रहा है, लेकिन थाना प्रभारी की इंसानियत को क्या हो गया है. दया नाम की चीज भी उनके अंदर नहीं दिख रही है. उसकी डंडों से पिटाई ही कर रहे है. साथ अपशब्द का भी प्रयोग कर रहे है. हालांकि, विवादों में रहने वाले थाना प्रभारी को कोई फर्क नही पड़ रहा है.

क्या है मामला?

वहीं,जामो थाना प्रभारी अखिलेश गुप्ता ने शराब के ठेके के पास से समर बहादुर सिंह गांव के पुरवा के रहने अपने तीन साथियों के साथ ठेके के पास शराब पी रहे थे. इस दौरान नशे में आपस में तीनों ने मामूली विवाद कर लिया. पुलिस द्वारा तीनों युवकों को वहां से उठा कर लाया. इस दौरान थाना प्रभारी अपना आपा खो बैठे. जहां तीनों की बारी-बारी से डंडे से जमकर पिटाई की.

जब इतने से जी नहीं भरा तब तीन युवकों की आईपीसी की धारा 151 मे चालान भी कर दिया.लेकिन हद तो तब हो गई जब युवकों ने छोड़ने के लिए रहम कर रहे है, मगर थाना प्रभारी वर्दी की हनक मे शायद इंसानियत को भूल गए किसी को भी नहीं बख्शा.

DSP बोले- मामले की जांच-पड़ताल की जा रही

इस मामले को 72 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन पुलिस कार्यवाई के नाम पर शून्य है. जब वायरल वीडियो के बारे में सीओ मयंक द्विवेदी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है. ऐसे में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

लेकिन सवाल ये है कि पुलिस की जगह अगर आम आदमी का वीडियो वायरल हुआ होता तो भी कार्रवाई में अमेठी पुलिस इतना समय लेती. एक कहावत है ऊपर भगवान नीचे कप्तान जो भी करे सब सही ही है.

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