पुलिस टीम ने पूछताछ के लिए उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन अपराधी ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस की जवाबी फायरिंग में पिंकू घायल हो गया और उसे कायमगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे फरु खाबाद के राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया गया।
आरोपी को राम मनोहर लोहिया अस्पताल लाने पर चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
पिंकू पर पूर्व में 19 आपराधिक मामले दर्ज थे और उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था।
पुलिस के अनुसार, पिंकू 2016 में कासगंज के सेवानिवृत्त अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) रामवतार गुप्ता की हत्या में वांछित चल रहा था।
2019 में उस पर फरु खाबाद कोटेदार, राम नरेश तिवारी के अपहरण और हत्या का कथित रूप से आरोप लगाया गया था।