लखनऊ: (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी की अध्यक्षता में सभी अध्यापकों की उन्मुखीकरण कार्यशाला सम्पन्न हुयी। इस कार्यशाला में सभी अध्यापक एवं अधिकारीगण यू-ट्यूब के माध्यम से सम्मिलित हुये। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत माध्यमिक शिक्षा विभाग में अवस्थापना की सुविधाओं के संतृप्तीकरण हेतु अंलकार प्रोजेक्ट, अधिगम स्तर की प्राप्ति हेतु एन.ई.पी. के अन्तर्गत शिक्षा अभियान, डेटा आधारित अनुश्रवण तथा डिजिटल एवं आनलॉइन शिक्षण दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रोजेक्ट अलंकार के अन्तर्गत विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं को मार्च 2025 तक संतृप्तीकरण किया जाना है। अगले दो शैक्षणिक वर्षों में सभी माध्यमिक विद्यालयों में आई.सी.टी. प्रयोगशाला और स्मार्ट कक्षायें संचालित की जायेगी।माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यालयों में निर्मित अवस्थापना सुविधाओं को बनाये रखने के लिए मेरा विद्यालय, स्वच्छ विद्यालय हो लागू किया गया है। इसका उद्देश्य बच्चों के मध्य अनुशासन, जिम्मेदारी और देखभाल की भावना विकसित करना है। उन्होने बताया कि मानव संपदा पोर्टल एवं एम. स्थापना मोबाइल ऐप पर आनलाइन समस्त प्रकार के अवकाश आवेदन प्रक्रिया जनवरी, 2023 तक पूर्ण किया जायेगा। शिक्षा के गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कक्षाओं में एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा तैयार शिक्षक मैनुअल गाइड उपलब्ध करायी जायेगी। एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा फरवरी से मार्च, 2023 के बीच सभी जिलों में डायट में उत्कृष्ट शिक्षक प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा। दीक्षा पोर्टल के माध्यम से छात्रों को डिजिटल तकनीकि आधारित अध्ययन की सामग्री तैयार की जा रही है तथा शिक्षकों का आनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि बच्चों का भविष्य शिक्षक के हाथो में होता है इसलिए शिक्षक अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाये। उन्होने बच्चों से कहा कि मेहनत करके परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करे। परीक्षाओं की तैयारी के लिए तकनीकों का सही इस्तेमाल करे। उन्होने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अध्यापकों को सम्मान करने के लिए विभिन्न पुरस्कार योजनायें संचालित कर रही है।
विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा रूपेश कुमार ने कहा कि माध्यमिक स्तर पर दिव्यांगों हेतु समावेशी शिक्षा के अन्तर्गत कक्षा-8 उत्तीर्ण दिव्यांग विद्यार्थियों का निकटवर्ती विद्यालयो में नामांकन सुनिश्चित कराया जा रहा है। उपचारात्मक शिक्षण के अन्तर्गत प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक द्वारा छात्रों को अध्ययन हेतु विषय शिक्षक की व्यवस्था की जाती है। इसी तरह माह जनवरी 2023 में माननीय प्रधानमंत्री जी के साथ, शिक्षकों तथा अभिभावकों का परीक्षा पत्र चर्चा कार्यक्रम के अन्तर्गत 30 दिसम्बर, 2022 तक कक्षा- 9 से 12 तक के अधिक से अधिक विद्यार्थियों तथा अभिभावकों को क्रियेटिव, राइटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग सुनिश्चित कराया जा रहा है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्री विजय किरन आनन्द ने बताया कि आगामी दो महीनों में प्रोजेक्ट अलंकार हेतु संबधित डी.आई.ओ.एस. से सम्पर्क कर अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण कार्य कराये जायेंगे। सभी विषयों का पाठ्यक्रम 2023 तक पूर्ण किया जायेगा। आगामी बोर्ड परीक्षा की तैयारी सुनिश्चित की जायेगी। मानव संपदा पोर्टल रजिस्ट्रेशन करना सुनिश्चित किया जायेगा। सभी अध्यापक व छात्रों को दीक्षा पोर्टल से जोड़ने हेतु प्रेरित किया जायेगा। स्कील मिशन हेतु छात्रों को प्रेरित किया जायेगा। मेरा विद्यालय स्वच्छ विद्यालय हो को लागू किया जायेगा। पी.टी.एम. का नियमित आयोजन किया जायेगा। एस.एम.डी.सी. की नियमित बैठक की जायेगी। पी.एम. श्री योजना के अन्तर्गत आवेदन कराये जायेंगे।
मिशन निदेशक कौशल विकास आन्द्रा वामसी ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में राजकीय विद्यालयों में रोजगार परक कौशल प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के अनुबन्ध की जानकारी दी। उन्होने बताया कि 150 विद्यालयों में कौशल परक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। सभी राजकीय विद्यालयों में कौशल विकास मिशन के दौरान ट्रेनिंग पार्टनर्स के माध्यम से मास्टर ट्रेनर एवं उपकरण उपलब्ध कराये जायेंगे। एन.एस.क्यू.एफ. निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार किताबे उपलब्ध करायी जायेगी। सभी छात्रों को साफ्ट स्कील, कम्प्यूटर ट्रेनर एवं कैरियर काउन्सलिंग भी की जायेगी तथा स्कील मिशन हेतु छात्रो को प्रेरित भी किया जायेगा।