लखनऊ (मानवी मीडिया) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने धर्मांतरण के मामले पर कहा कि बुरी नीयत से धर्म बदलना और बदलवाना, दोनों ही गलत है।
बसपा प्रमुख ने संविधान की याद दिलाते हुए लिखा है कि देश में सभी धर्मों के लोगों की तरह ये लोग भी सुख-शांति से अपना जीवन व्यतीत करें। उन्होंने देश में धर्म परिवर्तन पर जारी बवाल को अनुचित बताते हुए कहा है कि इससे फायदा कम नुकसान ज्यादा होगा। विधानसभा चुनाव में बुरी हार का सामना करने वाली बसपा इन दिनों नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है।
क्या बोलीं मायावती
मायावती ने ट्वीट किया, “सभी देशवासियों और ईसाई धर्म का पालन करने वाले भाई-बहनों को क्रिसमस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। हमारे देश के धर्म निरपेक्ष संविधान के तहत अन्य धर्मों के लोगों की तरह ये लोग भी सुख-शांति और खुशहाली के साथ जीवन व्यतीत करें, यही कामना है।”
अगला ट्वीट धर्म परिवर्तन पर
बसपा प्रमुख ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “धर्म परिवर्तन को लेकर देश में बवाल मचाया जाना अनुचित व चिंताजनक है। जबरन की गई हर चीज बुरी होती है। बुरी नीयत से धर्म बदलना और बदलवाना, दोनों ही गलत है। अतः इस मुद्दे को सही परिप्रेक्ष्य में देखना और समझना जरूरी है। इसे लेकर की जा रही कट्टरवादी राजनीति से लाभ कम और हानि ज्यादा होगी।”
क्रिसमस के दिन धर्म परिवर्तन पर मायावती के बयान देने के मायने
वरिष्ठ पत्रकार प्रभा शंकर बताते हैं ईसाई समाज के लोग धर्म परिवर्तन कराए जाने के मामले अक्सर सामने आते हैं। मायावती ने क्रिसमस के दिन ईसाई समाज को एक संदेश दिया है। साथ ही दलित, वंचित और आदिवासी लोगों को सावधान रहने की बात कही है।
प्रभा शंकर बताते हैं कि मायावती अपने इस मैसेज से अपना वोट बैंक भी बचाना चाहती हैं। कई बार यह भी देखा गया है कि धर्मांतरण से वोट बैंक पर असर पड़ता है। आने वाले दिनों में निकाय चुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव भी और मायावती चुनाव की तैयारियों में जुट गईं हैं। प्रभा शंकर कहते हैं कि मायावती भाजपा का चुनाव प्रचार पैटर्न पर काम कर रही हैं।
सीएम योगी ने कहा, धर्मांतरण पर लगाएं रोक
शुक्रवार की शाम प्रदेश के प्रमुख अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक करने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार है। सभी धर्मगुरुओं के साथ संवाद बनाते हुए शांतिपूर्ण माहौल के बीच क्रिसमस का जश्न मनाने की व्यवस्था हो। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी धर्मांतरण की घटना न होने पाए। उन्होंने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।