अरुणाचल (मानवी मीडिया) तवांग में भारत-चीन के सैनिकों के बीच जो संघर्ष हुआ, उस पर संसद में विपक्ष सरकार को घेर रहा है. इस मसले पर गृहमंत्री अमित शाह ने बोलते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को राजीव गांधी फाउंडेशन को 1.35 करोड़ मिले थे, मैं पूछना चाहता हूं कि दोहरा रवैया जनता के सामने नहीं चलता है. राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन से पैसे लिए.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आपने निजी संबंधों को बनाने के लिए सुरक्षा परिषद की सदस्यता को भेंट कर दी है, राजीव गांधी फाउंडेशन 2005-0 में फाउंडेशन ने पैसे लिए. गृहमंत्री ने कहा कि भारत की 1 इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है. हमारे जवानों ने 8 की रात को और 9 की सुबह को जो वीरता दिखाई है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं. सेना ने कुछ ही देर में घुसे हुए सभी लोगों को भगा दिया और हमारी भूमि की रक्षा की.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस राज में 18 किलोमीटर जमीन हड़पी गई लेकिन बीजेपी के राज में ऐसा नहीं हो सकता. प्रश्नकाल की सूची में प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद मुझे इनकी (कांग्रेस) चिंता समझ में आई. क्योंकि सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCRA) लाइसेंस को रद्द करने के संबंध में था.
सेना के एक बयान में कहा गया है कि 9 दिसंबर की झड़प में "दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को मामूली चोटें आईं". जिसके बाद दोनों पक्ष "तुरंत क्षेत्र से हट गए". बीते दिन ही भारत और चीन के सैनिकों के बीच की झड़प की खबर सामने आई. खबर सामने आते ही विपक्ष ने सरकार को इस मसले पर घेरना शुरू कर दिया.