लखनऊ (मानवी मीडिया)आज स्वर्णिम दिन है कि बंगला बाजार से बिजनौर जाने वाले मार्ग पर रेल ओवरब्रिज का लोकार्पण राजनाथ सिंह, सांसद लखनऊ एवं रक्षामंत्री भारत सरकार द्वारा बृजेश पाठक उप मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, जितिन प्रसाद मंत्री लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश, कौशल किशोर माननीय सांसद मोहनलालगंज एवं राज्यमंत्री शहरी विकास भारत सरकार, राजेश्वर सिंह विधायक सरोजनीनगर, मुकेश शर्मा सदस्य विधान परिषद, संयुक्ता भाटिया महापौर लखनऊ की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। यह रेल ओवरब्रिज लखनऊ नगर वासियों के लिए अत्यधिक सुविधाजनक एवं उपयोगी साबित होगा।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के प्रबन्ध निदेशक, मुख्य परियोजना प्रबन्धक एवं परियोजना अभियन्ता तथा मण्डल रेल प्रबन्धक भी समारोह में सम्मिलित रहे।
यह उपरिगामी सेतु चार लेन चैड़ा और 1180.90 मीटर लम्बा है। इसकी कुल लागत 122 करोड़ रू0 आयी है जिसमें रेलवे लाइन के ऊपर का अंश की लागत लगभग 12 करोड़ रू0 है।
यह रेल ओवरब्रिज आलमनगर-उतरठिया (बाईपास) रेलवे लाइन के ऊपर बना है और रेल क्रासिंग संख्या 5सी/2-ई-डीओएच के नाम से जाना जाता है।
आज से इस सेतु पर यातायात/आवागमन प्रारम्भ हो रहा है। यह उल्लेखनीय है कि कुछ वर्षो पूर्व चारबाग उत्तर रेलवे स्टेशन होते हुए गुजरने वाली गाड़ियों की संख्या कम करने के उद्देश्य से आलमनगर-उतरठिया (बाईपास) रेलवे लाइन बिछाकर माल गाड़ियों के लिए एक वैकल्पिक रेल मार्ग प्रारम्भ किया गया था। हाल ही में इस बाईपास रेलवे लाइन की डबलिंग कर दी गयी जिसके कारण यहां से गुजरने वाली माल गाड़ियों की भारी संख्या की वजह से यह रेलवे क्रासिंग प्रायः ही बन्द रहती थी जिससे आम जनता का आवागमन बाधित रहता था। अब इसके बन जाने से ट्रैफिक बिना रूके निरंतर चलता रहेगा।
इससे पुरानी जेल रोड की ओर से आकर शहीद पथ, अम्बेडकर विश्वविद्यालय, ट्रांसपोर्टनगर, रमाबाई अम्बेडकर मैदान जाने वाले लोगों के लिए अत्यधिक सुविधाजनक मार्ग साबित होगा।
इन स्थानों के अतिरिक्त इसका सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान यह होगा कि इससे होकर और शहीद पथ के अण्डरपास से गुजरकर बिजनौर होता हुआ जुनाबगंज-बनी तक आवागमन हो सकेगा। यही नहीं शहीद पथ के अण्डरपास से होकर दायीं ओर यह एअरपोर्ट और कानपुर हाईवे के लिए भी वैकल्पिक मार्ग के रूप में कार्य करेगा। इससे बारा बिरवा चैराहे को भी यातायात जाम से राहत मिलेगी।
यह ऐसे समय में प्रारम्भ हो रहा है जब एअरपोर्ट के आगे से लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य प्रारम्भ होने जा रहा है जिसमें सेन्ट्रल डिवाइडर पर खम्भे बनाकर उनके ऊपर 6 लेन की एक्सेप्रेसवे बनाई जानी है। इसके निर्माण के दौरान लखनऊ-कानपुर हाईवे में आवागमन को बंगला बाजार-बिजनौर-जुनाबगंज होकर निकलने का बाईपास उपलब्ध रहेगा।
वैश्विक आर्थिक नीति का सिद्धान्त रहा है कि जिस क्षेत्र की जितनी तेज मोबीलिटी होगी आर्थिक उन्नति भी उतनी ही तेज होगी। हमारी सरकार भी ‘‘जितनी तेज गति-उतनी तेज प्रगति’’ के सिद्धान्त पर कार्य कर रही है। उसी के अनुरूप वर्ष 2014-15 में लखनऊ नगर के आर्थिक विकास के लिए जो वृहद योजना बनाई गयी थी उसमें 104 कि0मी0 लम्बी 8 लेन की आउटर रिंग रोड, आंतरिक क्षेत्रों में 9 फ्लाई ओवर, गोमतीनगर रेल टर्मिनस, चारबाग रेल स्टेशन का उच्चीकरण, आलमनगर सेटेलाइट स्टेशन, एअरपोर्ट के विस्तार हेतु दो नवीन टर्मिनल के निर्माण हेतु परियोजनाएं स्वीकृत कराई गयी थीं।
उसी के क्रम में यह सातवां फ्लाईओवर लोकार्पित किया गया है। शहीद पथ से एअरपोर्ट को जोड़ने वाले और राजाजीपुरम में रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल के निकट से चलकर आर0डी0एस0ओ0 फ्लाईओवर को जोड़ने वाले उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य अगले 1 से 2 माह में पूरा हो जायेगा।
इनके अतिरिक्त सीतापुर हाईवे पर आई0आई0एम0 तिराहे की ऊपर लगभग 2 कि0मी0 लम्बे और इंजीनियरिंग कालेज से मुंशीपुलिया के मध्य खुर्रमनगर चैराहे के ऊपर लगभग 1.5 कि0मी0 लम्बे उपरिगामी सेतु और सेक्टर-25 इन्दिरानगर चैराहे के पास से प्रारम्भ होकर मुंशी पुलिया चैराहे से पालीटेक्निक चैराहे तक एलीवेटेड रोड का कार्य प्रगति पर है जिसके अगले वर्ष अंत तक पूरे होने की आशा है।
इनके अतिरिक्त विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित अति व्यस्त दिलकुशा रेलवे क्रासिंग, गोमतीनगर में मल्हौर और दिलकुशा स्टेशन के मध्य में स्थित भरवारा रेल क्रासिंग और हाल ही में राष्ट्रीय राज मार्ग मंत्रालय द्वारा घोषित कराये गये बनी-जुनाबगंज-मोहनलालगंज-गोसाईगंज चार लेन राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित अनूपगंज रेल क्रासिंग पर उपरिगामी सेतु निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है और कार्य प्रारम्भ हो रहा है।
इसके साथ ही राजाजीपुरम से पारा जाने वाला मार्ग अत्यधिक व्यस्त होने के कारण रेल उपरिगामी सेतु और लखनऊ-अमौसी रेल प्रखण्ड में केशरीखेड़ा क्रासिंग तथा गोमतीनगर में ग्वारी के समीप विस्तार को जोड़ने वाली रेल क्रासिंग के ऊपर ओवरब्रिज की स्वीकृति हेतु कार्यवाही प्रगति पर है।
लखनऊ नगर की वर्ष 2001 में जनसंख्या लगभग 22 लाख और रजिस्टर्ड वाहनों की संख्या लगभग 5 लाख थी जो अब बढ़कर जनसंख्या 45 लाख के पार और वाहनों की संख्या 27 लाख के पार हो गयी है। हरौनी में ब्रम्होस मिसाइल कारखाना तथा अमौसी-नादरगंज में डी0आर0डी0ओ0 टेस्टिंग लैब की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। इनसे आर्थिक गतिविधियों में और अधिक तेजी सम्भावित है। इस दृष्टि से यह सभी परियोजनाएं भविष्य से लिए अत्यधिक लाभप्रद होंगी।
दिवाकर त्रिपाठी सांसद प्रतिनिधि, के.पी. सिंह ओएसडी रक्षा मंत्री, डॉ राघवेंद्र शुक्ला पीआरओ रक्षा मंत्री, महानगर महामंत्री त्रिलोक सिंह अधिकारी, पुष्कर शुक्ला, राम अवतार कनौजिया, सुनील यादव, मीडिया प्रभारी प्रवीण गर्ग, पार्षद गण, मंडल अध्यक्ष व पदाधिकारीयों के साथ हजारों की संख्या में नागरिक भी उपस्थित रहे।