दिल्ली के कई प्रमुख डॉक्टरों ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया है कि, पिछले दो हफ्तों में बूस्टर डोज की मांग में भारी इजाफा हुआ है। नए वेरिएंट और कोविड मामलों के बढते खतरे के साथ, अब बहुत से लोग बूस्टर डोज की मांग कर रहे हैं। वहीं बूस्टर डोज नहीं लेने वाले कई लोग अब टीके की मांग कर रहे हैं। नए वेरिएंट के खतरे के कारण अचानक लोग काफी सतर्क हो गए हैं। पुणे शहर के कई डॉक्टरों का मानना है कि अचानक से बूस्टर डोज की मांग बढ़ गई है। दिल्ली के संजय गांधी हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने बताया कि टीके अगर लंबे समय तक रखे रहते तो खराब हो सकते थे। इसलिए ये फैसला लिया गया था।
डॉक्टर ने कहा कि फिलहाल बूस्टर डोज लेने वाले लोग आ रहे हैं। इनमें युवाओं और बुजुर्गों की संख्या अधिक है। अभी जिन लोगों ने बीते दिनों अपॉइंटमेंट लिया था उन्हें डोज लगाई जा रही है। वैक्सीन के स्टॉक के हिसाब से ही स्लॉट बुक किए जा रहे हैं। बता दें, चीन में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए भारत ने इस महामारी के खिलाफ एक बार फिर से कमर कस ली है। केंद्र और राज्य सरकार ने लोगों की सुरक्षा को देखते हुए खास निर्देश जारी किए हैं। साथ ही कोरोना के लक्षण पता चलने के बाद लोगों से तुरंत इसका इलाज करने और आइसोलेट होने के निर्देश दिए हैं।