दिनांकः 24-12-2022 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को नशीली/प्रतिबंधित दवाईयों के भारत व अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों का डाटा डार्कवेब से प्राप्त कर वर्चुअल मनी (बिटकॉइन) के माध्यम से खरीद-फरोख्त करने वाले गैंग के 04 सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से प्रतिबंधित दवा बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
*गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः*
1- फैजान खान पुत्र तुफैल अहमद नि0 सदर अस्पताल रोड जनपद बस्ती।
2- तौफीक उर्फ सुफियान पुत्र इरसाद अहमद नि0 रामलीला ग्राउण्ड, थाना मदेयगंज, लखनऊ।
3- अषरफ खान पुत्र तौकीर खॉन नि0 50/205 जानकारीपुरम 60 फिटा रोड लखनऊ।
4- सार्थक वर्मा उर्फ पियूष वर्मा पुत्र प्रमोद कुमार वर्मा नि0 532/574 बनारसी टोला, अलीगंज, लखनऊ।
*बरामदगीः*
1- 1300 ग्राम प्रतिबंधित नषीली दवा (ट्रामाडोल)
2- 01 अदद पैन कार्ड।
3- 06 अदद मोबाइल।
4- 03 अदद एटीम कार्ड।
5- रू0 2,630 नगद।
6- 02 अदद मोटर साइकिल (नं0 यूपी 51 एक्स 7058 सीडी डिलक्स) (यूपी 32 एच.वाई.8781
पल्सर)
*गिरफ्तारी का स्थान दिनांक व समयः*
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पक्का पुल से पुरनिया की ओर बन्धा रोड, थाना क्षेत्र मदेयगंज, कमिष्नरेट लखनऊ।
दिनांक 24-12-2022 समयः 10.15 बजे।
विगत काफी दिनों से राजधानी लखनऊ व उसके आस-पास के जनपदो में चोरी-छिपे प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पोर्टल के माध्यम खरीद फरोख्त कर ठगी व नशे का व्यापार कर अवैध रूप से धनार्जन कर रहे गिरोहों की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों/फील्ड इकाईयों को आवष्यक कार्यवाही हेतु निर्देषित किया गया था, जिसके अनुपालन में एसटीएफ मुख्यालय की टीम द्वारा दिनांक 07-09-2022 को प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की खरीद फरोख्त करने वाले गिरोह के 05 सदस्यों को भारी मात्रा में नषीली दवाओं के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसी क्रम में श्री अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उ0प्र0 लखनऊ के पर्यवेक्षण में भी अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।
उक्त सूचना को विकसित करने हेतु उ0नि0 सत्यप्रकाष सिंह के नेतृत्व में मु0आ0 अषोक गुप्ता, रूद्र नारायण उपाध्याय, अंजली यादव, संतोष सिंह, कौषलेन्द्र, अषोक राजपूत, आरक्षी विजय वर्मा चालक चन्द्रभान की एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी, इसी दौरान दिनांक 24-12-2022 को ज्ञात हुआ कि जनपद लखनऊ के मदेयगंज थाना क्षेत्र में एक गैंग द्वारा प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की अवैध रूप से ऑनलाइन कॉल सेण्टर चलाकर खरीद फरोख्त का कार्य किया जा रहा है।
उक्त गैंग का मुखिया फैजान अपने साथियों के साथ पक्के पुल खदरा से पुरनिया जाने वाले बन्धे पर जाने वाले रास्ते पर 02 मोटरसाइकिल के साथ 04 लोग मौजूद हैं, यदि जल्दी किया जाए तो पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त (औषधि) लखनऊ मण्डल श्री बृजेश कुमार, औषधि निरीक्षक श्रीमती माधुरी सिंह, श्री नीलेश कुमार शर्मा व सौरभ दुबे की टीम को साथ लेकर उक्त स्थान पर पहॅुचकर चारो व्यक्तियो को गिरफ्तार कर लिया गया जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।
फैजान उपरोक्त से विस्तृत पूछताछ पर बताया कि हम लोगों का प्रतिबंधित दवाओं को बेचने का एक अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह है। हम लोग इस व्यवसाय हेतु कस्टमर का डाटा डार्क वेब के माध्यम से प्राप्त करते है, जिसका पूरा काम सुमित कुमार शर्मा देखता है। हम लोग व्हाट्सअप व कॉल के माध्यम से कस्टमर से बात करके उनकी डिमाण्ड पूछते है और उनकी डिमाण्ड के हिसाब से दवाई को मॅगवाकर, बिटकॉइन या पे-पाल के माध्यम से पैसा प्राप्त होने पर उन्हें कोरियर द्वारा दवा भेजवा देते है। हम लोग नशीली/प्रतिबंधित दवाओं को चोरी से भारत सहित विश्व के कई देशों में ऑनलाइन बेचते है। हम लोगों को प्रति आर्डर अच्छा मुनाफा होता है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना मदेयगंज, कमिश्नरेट लखनऊ में मु0अ0सं0 80/2022 धारा 419, 420 भादवि, 12/23/24 स्वापक औषधि व मनः प्रभावी पदार्थ अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।