नई दिल्ली (मानवी मीडिया) भारत सरकार की ओर से लोकप्रिय मीडिया प्लेइंग सॉफ्टवेयर VLC Media Player पर लगाया गया बैन हटा दिया गया है और इसे डाउनलोड करने का विकल्प एक बार फिर यूजर्स को मिलने लगा है। यह मल्टीमीडिया प्लेयर इस साल की पहली छमाही में इलेक्ट्रॉनिकी और IT मंत्रालय की ओर से बैन किया गया था। इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन (IFF) ने बताया है कि अब यह बैन हटा लिया गया है।
IFF का दावा है कि इसने कंपनी को भारत में लगे बैन के बाद कानूनी मदद दी है। अब यूजर्स VideoLan की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर VLC Media Player का लेटेस्ट वर्जन डाउनलोड कर सकते हैं। इस वेबसाइट को बीते दिनों ब्लॉक कर दिया गया था और प्लेयर्स उनके डिवाइसेज में इंस्टॉल मीडिया प्लेयर भी लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट नहीं कर पा रहे थे।
वेबसाइट ऐक्सेस नहीं कर पा रहे थे यूजर्स
सरकार की ओर से लगाए गए बैन के बाद यूजर्स वीडियोLAN की वेबसाइट ऐक्सेस नहीं कर पा रहे थे। वेबसाइट पर जाने पर यूजर्स को नोटिस दिखाया जा रहा था जिसमें लिखा था, 'वेबसाइट को इलेक्ट्रॉनिकी एवं IT मंत्रालय की ओर से IT ऐक्ट, 2000 के तहत ब्लॉक किया गया है।' सरकार ने इस बैन से जुड़ी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की थी और ना ही ऐसा करने की वजह बताई थी।
कंपनी ने मंत्रालय को भेजा था लीगल नोटिस
अक्टूबर में वीडियोLAN की ओर से मंत्रालय को एक लीगल नोटिस भेजा गया था, जिसमें यह बैन लगाने की वजह पूछी गई थी। नोटिस में कहा गया था कि अगर सरकार यह बैन लगाने की पूरी वजह नहीं बताती तो उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आरोप था कि सरकार ने बिना किसी ठोस वजह के इस मीडिया प्लेयर पर प्रतिबंध लगा दिया है।
केवल मीडिया प्लेयर तक सीमित नहीं है VLC
साल 2021 में सबसे पहले रिलीज किया गया VLC मीडिया प्लेयर एक फ्री और ओपेन-सोर्स क्रॉस-प्लेटफॉर्म मीडिया प्लेयर सॉफ्टवेयर और स्ट्रीमिंग मीडिया सर्वर है, जिसे वीडियोLAN प्रोजेक्ट ने तैयार किया है। इसकी मदद से वीडियो फॉरमेट भी बदले जा सकते हैं। हालांकि, इस साल की शुरुआत में आरोप लगे थे कि चाइनीज हैकर्स VLC मीडिया प्लेयर की मदद से यूजर्स की जासूसी कर रहे हैं और यूजर्स को चेतावनी दी गई थी।