मैसूर (मानवी मीडिया) कर्नाटक के मैसूर में शुक्रवार को पूर्व आईबी अधिकारी आर एन कुलकर्णी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस घटना को शुरुआत में एक सड़क दुर्घटना माना जा रहा था। हालांकि अब इस घटना में एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने रविवार को इस घटना पर बताया कि 83 साल के पूर्व अधिकारी हमेशा की तरह मैसूर विश्वविद्यालय के मनासा गंगोत्री परिसर में सैर पर निकले थे, उसी दौरान एक वाहन ने उनको टक्कर मार दी। घटना के बाद कुलकर्णी को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जांच के लिए तीन टीमें गठित
पुलिस आयुक्त चंद्रगुप्त ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि पूछताछ के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या थी। उन्होंने आगे कहा कि सहायक पुलिस आयुक्त नरसिंह राजा के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए तीन टीमें गठित कर दी गई है। पुलिस आयुक्त ने आगे बताया कि जिस कार से कुलकर्णी को टक्कर मारी गई थी उस पर नंबर प्लेट नहीं थी, जिसके बाद ही उन्हें शक हुआ कि यह हादसा नहीं हत्या है। इस मामले में पुलिस को अन्य कई महत्वपूर्ण सुराग भी मिले है। हालांकि पुलिस ने इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है।
कुलकर्णी की किताब का निर्मला सीतारमण ने किया था विमोचन
मालूम हो कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में 35 साल तक अपनी सेवाएं देने के बाद वह 23 साल पहले ही सेवानिवृत हो गए थे। भारत में आतंकवाद को लेकर पूर्व अधिकारी कुलकर्णी ने एक किताब लिखी थी, जिसका विमोचन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया था। मालूम हो कि रिटायर्ड आईबी अधिकारी ने अपने शुरुआती दिनों में एक शिक्षक की नौकरी भी की थी। उन्होंने भारतीय राजनयिक मिशनों के साथ-साथ कारपोरेट जगत में भी काम किया है।