सुश्री मुफ्ती ने अनंतनाग में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं कैसे कह सकती हूं कि चुनाव कब होंगे? यह चुनाव आयोग द्वारा तय किया जाएगा, और जब उसे भाजपा से आगे बढने की अनुमति मिल जायेगी तो वे चुनाव कराएंगे।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग को इस हद तक तोड़ रही है कि वह अब एक स्वतंत्र निकाय नहीं है बल्कि पार्टी की एक ‘इकाई’ बन गया है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने ‘धार्मिक आधार’ पर चुनाव प्रचार करने के बावजूद हिमाचल प्रदेश में भाजपा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। हिमाचल प्रदेश में भाजपा नेतृत्व ने धार्मिक आधार पर चुनाव प्रचार किया। मुसलमानों को खुलेआम धमकाया गया लेकिन चुनाव आयोग मूकदर्शक बना रहा। चुनाव आयोग अब पहले की तरह स्वतंत्र नहीं रहा।सुश्री मुफ्ती ने कहा कि मौजूदा सरकार पिछली सरकारों की बातों को पलटने पर तुली हुई है तथा केवल वोट पाने के लिए कश्मीरी पंडितों की पीड़ा का उपयोग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीरी पंडितों को देखें जो पिछले कई महीनों से जम्मू में विरोध कर रहे हैं और कभी उनका वेतन रोका जाता है तो कभी उनका राशन बंद कर दिया जाता है। वे केवल कश्मीर में स्थिति में सुधार होने तक जम्मू को स्थानांतरित करने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा केवल वोट पाने के लिए उनके दर्द और पीड़ा का उपयोग करती है, अन्यथा इस पार्टी को किसी की कोई चिंता नहीं है, ये लोग केवल चुनाव जीतना चाहते हैं, उनके पास इसके अलावा कोई राजनीति नहीं है।