परिचर्चा में इंटरनेशनल इमेज कल्सटेंट निधि शर्मा, शिक्षाविद शर्मिला सिंह, यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष हसीब सिद्दीक़ी, वरिष्ठ पत्रकार शिवशरण सिंह गहरवार, हरीश कुमार तिवारी शैलेश प्रताप सिंह सरस केयर फाउडेंशन की अध्यक्ष रीता सिंह, रश्मि सिंह , रश्मि सिंह जाड़ौन, रुचि रस्तोगी, रीना अग्रवाल, डॉक्टर दीप्ति जैन भल्ला, दीप्ति अग्रवाल सहित कई लोगों ने हिस्सा लिया.
रीता सिंह ने कहा ‘महिलाओं के प्रति हिंसा, शोषण एंव उत्पीडन की बढती घटनाओं को रोकने के उन्मूलन हेतु संयुक्त राष्ट्रसंघ के द्वारा 25 नवम्बर का दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस के रूप में मनाया जाता है. महिलाओं के प्रति हिंसा का महिलाओ के जीवन के सर्वागीण विकास पर गहरा शारीरिक और मानसिक प्रभाव पडता है.’
महिलाओं के प्रति हिंसा में जीवन साथी के द्वारा हिंसा, यौन हिंसा और उत्पीडन, मानव तस्करी, बाल विवाह और हत्या जैसी घटनाएं आती है. सामाजिक जागरूकता, कानून और पुलिस की मदद से इसको कम किया जा सकता है.
कार्यक्रम में महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा उन्मूलन के लिए हस्ताक्षर संदेश भी लिखा गया.