मेरठ (मानवी मीडिया) बुखार से तप रहे मरीजों में डेंगू का खौफ ज्यादा है। अस्पतालों में बुखार के साथ डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने से बेड फुल हो गए हैं। न्यूटीमा, आनंद, केएमसी, सुशीला जसवंत राय, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, एसडीएस ग्लोबल अस्पताल में बुखार के मरीज भरे हुए हैं। इन अस्पतालों में नो बेड की स्थिति है। इसके अलावा मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल में भी बुखार के मरीजों की भरमार है।
डेंगू बुखार से सर में तेज दर्द
वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन डॉ. वीरोत्तम तोमर के मुताबिक डेंगू मरीजों के फेफड़ों को संक्रमित कर रहा है, जिससे मरीजों में आक्सीजन की कमी हो रही है। इसके साथ ही सिर में तेज दर्द की शिकायत भी मरीजों को हो रही है। ऐसे मरीजों के लिए डेंगू खतरनाक बन रहा है।
पांच हजार तक पहुंच रही प्लेटलेट्स
मेडिकल अस्पताल के मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ आभा गुप्ता के मुताबिक मौसम में बदलाव से लोग बुखार, डेंगू, मलेरिया समेत टाइफाइड की चपेट में हैं। मच्छर जनित रोगों से मरीजों की प्लेटलेट्स कम हो रही हैं। कुछ मरीजों की प्लेटलेट्स पांच से छह हजार पर आ गई हैं। इन मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाकर इनकी हालत नियंत्रण में की जा रही है। अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अगल से वार्ड बनाया गया है।
लीवर पर अटैक
मेडिकल अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ अरविंद कुमार के मुताबिक डेंगू बुखार मरीजों के लीवर को संक्रमित कर रहा है। लीवर के संक्रमित होने शरीर के अन्य अंग प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है। इस वजह से मरीजों की हालत गंभीर बन रही है। बुखार आने पर मरीजों को समय से जांच और इलाज शुरू कर देना चाहिए।
एक सप्ताह में दोगुनी हो गई ओपीडी
ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक मोहन ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में ओपीडी के मरीजों की संख्या दो गुनी हो गई है। हार्ट के मरीजों को डेंगू होने पर सांस फूलने के साथ चेस्ट में भारीपन की समस्या हो रही है। ओपीडी में आने वाला हर पांचवां मरीज बुखार की चपेट में है। सामान्य मरीजों में डेढ़ से तीन लाख प्लेटलेट्स होती हैं।