इंश्योरेंस मामला : शामली कॉन्स्टेबल बीवी के बाद सहारनपुर का सिपाही सस्पेंड, 4 पुलिसवालों ने किया था 8 मिलियन का फर्जीवाड़ा - मानवी मीडिया

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Tuesday, November 15, 2022

इंश्योरेंस मामला : शामली कॉन्स्टेबल बीवी के बाद सहारनपुर का सिपाही सस्पेंड, 4 पुलिसवालों ने किया था 8 मिलियन का फर्जीवाड़ा

लखनऊ (मानवी मीडिया)नोएडा , इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर लोगों से करोड़ो रुपये की ठगी के मामले में फरार चल रहे सहारनपुर के दूसरे सिपाही पर भी गाज गिर गई। सहारनपुर एसएसपी ने उसका भी निलम्बन कर विभागीय जांच शुरू कर दी है। जबकि नोएडा पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।

*नोएडा पुलिस ने 6 दिन पहले किया था खुलासा*

नोएडा पुलिस ने छह दिन पहले इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यू कराने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का खुलासा कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसमें गैंग के सरगना की पत्नी प्रियंका भी शामिल थी और वह सहारनपुर रेंज के शामली में कांस्टेबल के पद पर तैनात थी। इसी मामले में सहारनपुर जिले की साइबर सेल में तैनात सिपाही प्रदीप सोम का नाम भी सामने आया था। इस पर पुलिस ने मुकदमा दायर कर उसकी रिपोर्ट सहारनपुर एसएसपी को भेजी थी। जिस पर अब कार्रवाई हुई है।

*नोएडा पुलिस ने भेजी थी रिपोर्ट*

सहारनपुर के एसएसपी डॉ.विपिन ताडा ने बताया कि आरोपी सिपाही प्रदीप सोम गैर हाजिर चल रहा है। नोएडा पुलिस की रिपोर्ट के बाद उसे निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। सिपाही की गिरफ्तारी के लिए नोएडा पुलिस प्रयास कर रही है और अन्य कानूनी कार्रवाई नोएडा पुलिस द्वारा ही की जानी है।

*ऐसे करता था ठगी का धंधा*

आरोप है कि फरार सिपाही प्रदीप सोम द्वारा नोएडा के साइबर सेल प्रभारी और गैंग के सरगना के बीच लाखों रुपये का लेन-देन कर सरगना को छुड़वाया गया था। यह गिरोह वर्ष 2019 से इसी तरह से ठगी का धंधा कर रहा था और कहीं पर भी पकड़े जाने पर उक्त दोनों पुलिसकर्मी ही उन्हें छुड़वाने के लिए पैरवी करते थे। इसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है।

*क्या है पूरा मामला*

यह गैंग केवल नोएडा ही नहीं बल्कि अन्य इलाकों में भी इंश्योरेंस रिनुअल करने वाले के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी कर चुका है। बीते दिनों इस गैंग ने ग्रेटर नोएडा में रहने वाले अशोक शर्मा के साथ ठगी की थी। जिसके बाद पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस घटना और खुलासे की पूरी जानकारी ग्रेटर नोएडा के डीसीपी अभिषेक वर्मा ने दी है। वहीं दूसरी ओर इस मामले में पुलिस ने एक्शन लेते हुए साइबर सेल के इंचार्ज और ऐच्छर चौकी प्रभारी रंजीत को निलंबित कर दिया है। यह वही पुलिसकर्मी है, जिन्होंने पैसे लेकर 80 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपियों को छोड़ दिया था।

*2019 से कर रहा था फर्जीवाड़ा

पुलिस की पूछताछ के दौरान दीपक ने बताया कि वह वर्ष 2019 से इस तरीके के फर्जीवाड़े को कर रहा है। वह हर बार छोटा-मोटा फ्रॉड करता था, लेकिन इस बार बड़ा हाथ मारने के चक्कर में अशोक शर्मा को शिकार बनाया। दीपक की पत्नी प्रियंका शामली में उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात है। दीपक ने फर्जी तरीके से कमाई हुई इनकम प्रियंका के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की थी। प्रियंका को निलंबन करने की कार्यवाही की जा रही है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश शासन और पुलिस मुख्यालय को चिट्ठी भेज दी गई है। प्रियंका के अकाउंट में फर्जीवाड़े की रकम जमा हुई। उसके बावजूद भी उसने इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी। इसी मामले में उसके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। फिलहाल नोएडा पुलिस ने दीपक और उसकी बीवी प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया है।

*किराए पर लेते थे करंट अकाउंट*

डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि यह आरोपी करंट अकाउंट को किराए पर लेते थे। एक करंट अकाउंट पर यह अकाउंट के मालिक को 70 से 80 हजार रुपए देते थे। उसके बाद आरोपी बैंक अकाउंट के मालिक से एटीएम कार्ड ले लेते थे। इसके अलावा मोबाइल नंबर भी बदलवा देते थे। इन लोगों ने अभी तक करोड़ों रुपए की ठगी की है। इनके बैंक अकाउंट की जानकारी निकाली जा रही है।

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