लखनऊ में हाल ही में लगातार डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। इसने 5 और 3 नवंबर को 40 और 4 नवंबर को 39 मामले देखे।
विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही डेंगू के नए मामलों में बढ़ोतरी का रुझान न हो, लेकिन खतरा बना हुआ है।
एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स के महासचिव डॉ. अभिषेक शुक्ला ने कहा, यदि आपको डेंगू है, तो मच्छरों के काटने से बचें। इस समय के दौरान वायरस रक्त में फैल सकता है और इसलिए आप वायरस को नए असंक्रमित मच्छरों तक पहुंचा सकते हैं, जो बदले में दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं।
जिलाधिकारी ने सिविल अस्पताल में मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरपी सिंह ने जिलाधिकारी को डेंगू के मरीजों के लिए आरक्षित सुविधाओं, दवाओं के स्टॉक और बेड की जानकारी दी।
राज्य की राजधानी में डेंगू और अन्य संचारी रोगों के प्रसार को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए संभागीय आयुक्त रोशन जैकब ने तीन स्तरीय टीमों का गठन किया है।
बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारी मिलकर काम करेंगे।
प्रथम स्तर की टीम, जिसमें अतिरिक्त आयुक्त (लखनऊ संभाग), नगर आयुक्त, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और शहर के स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हैं, शहर में वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए किए गए सभी कार्यों की निगरानी करेंगे।
दूसरे स्तर की टीम में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अतिरिक्त नगर आयुक्त और शहरी सीएचसी के डॉक्टर हैं। उनमें से प्रत्येक नगर निगम के तहत दो क्षेत्रों की देखरेख करेगा।
दूसरी टीम थर्ड-टीयर टीम का सहयोग और पर्यवेक्षण करेगी, जिसमें स्वच्छता अधिकारियों, मलेरिया निरीक्षकों और उनके संबंधित क्षेत्रों के पीएचसी डॉक्टरों के आठ समूह काम करेंगे।
साथ ही सभी सफाई निरीक्षकों, सफाई निरीक्षकों, सफाई नायकों, सफाई कर्मचारियों और आशा बहुओं को लगाया जा रहा है।