लखनऊ (मानवी मीडिया) कृष्णानगर की एलडीए कॉलोनी निवासी व्यापारी की दो बेटियां बुधवार शाम कानपुर से लखनऊ आते समय संदिग्ध हालात में लापता हो गईं। इनके साथ कानपुर में सहेली बनी युवती भी थी। तीनों देर रात तक घर नहीं पहुंचीं तो परिवारवालों ने तलाश शुरू की और थाने में तहरीर दी। कार्रवाई न होने से नाराज घरवालों व परिचितों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार सुबह थाना घेर लिया। इस बीच 22 घंटे बाद तीनों की लोकेशन बरेली में मिली। वहां के एक मॉल से इन्हें बरामद किया गया। तीनों ने कुबूला कि वे अपनी मर्जी से बरेली आई थीं। प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर विक्रम सिंह के मुताबिक कार वॉशिंग का काम करने वाले एक व्यापारी का राजनीति से भी संबंध है। व्यापारी के मुताबिक दोनों बेटियां मंगलवार दोपहर गुरुपर्व में शामिल होने कानपुर के मोती झील अशोकनगर में रहने वाली उनकी मुंहबोली बहन के घर गई थी। बुधवार शाम चार बजे वहां से लखनऊ के लिए गाजीपुर डिपो की बस में बैठीं। करीब 5.30 बजे उन्होंने बेटियों को कॉल किया, लेकिन उनका मोबाइल बंद आ रहा था। देर रात देर तक बेटियां घर न आईं तो परिवारीजन आलमबाग बस स्टैंड पहुंचे। पता चला कि युवतियां बस से उतरी तो हैं, लेकिन फिर कहां गई, इसकी जानकारी नहीं मिली।
अजगैन में मिली पहली लोकेशन
बुधवार रात सर्विलांस से पता चला कि दोनों युवतियों का मोबाइल जब बंद हुआ तो उनकी लोकेशन उन्नाव के अजगैन थी। कृष्णानगर पुलिस ने उस इलाके की पुलिस से संपर्क किया, पर कुछ पता नहीं चला। इसके बाद बृहस्पतिवार सुबह युवतियों के घरवाले कृष्णानगर थाने पहुंचे और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। एसीपी ने उन्हें शांत कराया। इसी बीच पता चला कि युवतियों की सहेली भी कानपुर से गायब है। उसके घरवालों ने भी गुमशुदगी दर्ज कराई है। इसके बाद लखनऊ से लेकर कानपुर तक की पुलिस की टीमें तीनों को ढूंढने में लग गईं। डीसीपी अपर्णा ने बताया कि 22 घंटे बाद इनकी लोकेशन बरेली मिली तो लखनऊ से महिला पुलिस के साथ दो टीमें रवाना की गईं। मॉल में घूमती युवतियों को पुलिस ने रोका तो वे हंगामा करने लगीं। कहा, हम अपनी मर्जी से आए हैं। इस पर पुलिस ने बताया कि पिता ने थाने पर उनके गायब होने की सूचना दी है। इसके बाद पुलिस तीनों को लेकर निकली।
पापा जबरन करा रहे थे शादी...
प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर विक्रम सिंह के मुताबिक युवतियां लगातार बयान बदल रही हैं। पहले कहा, पापा उनकी शादी उम्रदराज से करा रहे हैं। मना करने पर दबाव बनाया जा रहा था। ऐसे में बरेली में मौसी के पास जाकर उनकी शिकायत करने का मन बनाया। फिर कहा, पापा बहुत डांटते हैं। इस वजह से बरेली भाग गए थे। सहेली को भी साथ ले लिया। पुलिस के मुताबिक तीनों युवतियां आलमबाग में उतरक कैसरबाग बस अड्डा पहुंचीं और फिर बरेली चली गईं।
लखनऊ में दोस्त से मांगे पांच हजार
युवतियों ने बताया कि पैसे खत्म हो गए तो आलमबाग स्टैंड पर उन्होंने एक दोस्त से पांच हजार रुपये लिए। घरवाले परेशान न करें, इसलिए मोबाइल बंद कर लिया था। पुलिस ने रुपये देने वाले युवक से भी पूछताछ की है। पुलिस ने कहा, दोनों बहनों का अभिभावकों से सामना कराकर असली कारण का पता किया जाएगा। कानपुर वाली युवती की भूमिका का भी पता किया जाएगा।