बाली: (मानवी मीडिया) ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि वे भारत के साथ व्यापार के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. रॉयटर्स के रिपोर्ट के अनुसार, जी20 सम्मेलन से इतर बाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऋषि सुनक ने ब्रिटेन-अमेरिका व्यापारिक रिश्ते को गहरा करने की बात कही. हालांकि उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख नहीं किया की वे किस प्रकार की ट्रेड की बात कर रहे थे. सुनक का ये स्टेटमेंट उस समय आया जब इंडोनेशिया ने आने वाले वर्ष के लिए जी20 की अध्यक्षता भारत को सौंपी.
प्रधानमंत्री मोदी ने इसे प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया. इस मौके पर ब्रिटिश पीएम सुनक ने रायटर्स को संबोधित करते हुए कहा, “हम भारत के साथ व्यापार समझौते के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन हमें कुछ चीजों को ठीक करने की जरुरत है… भारत की जी20 की अध्यक्षता लेने पर उत्साहित होते हुए.” कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत मजबूत ब्रिटेन-भारत की रिश्ते को महत्त्व देता है.”
आगे प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “बाली में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलकर बहुत अच्छा लगा. भारत मजबूत ब्रिटेन-भारत के रिश्ते को महत्त्व देता है. हमने वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ाने, भारत के रक्षा सुधारों के संदर्भ में सुरक्षा सहयोग के दायरे को बढ़ाने और लोगों से लोगों के संबंधों को और भी मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की.”
भारत-ब्रिटेन ने जनवरी में मुक्त व्यापार समझौता पर चर्चा किया था, जिसको लागू करने की अंतिम तिथि 24 अक्टूबर थी, लेकिन ब्रिटेन में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से लागू नहीं किया जा सका. भारत-ब्रिटेन के बीच व्यापार वर्ष 2021-22 के दौरान 2020-21 की $13.2 बिलियन से बढ़कर $17.5 बिलियन हो गयी है. इस दौरान भारत का आयात $7 बिलियन और निर्यात $10.5 बिलियन रहा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुनक ने अमेरिका साथ आर्थिक सहयोग खास तौर पर ऊर्जा करते हुए कहा, “आने वाले वर्षों में मैं अमेरिका के साथ व्यापार के विभिन्न तरीकों को लेकर मैं आशांवित हूँ.” ब्लूमबर्ग के रिपोर्ट अनुसार सुनक ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन के साथ व्यापार समझौते को लेकर कोई बात नहीं की, हालांकि उन्होंने बताया कि ब्रेक्सिट से सबक लेते हुए उन्होंने ऐसा न करने के लिए सोचा.
पीएम सुनक ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन की यूक्रेन के नागरिकों पर अवैध रूप से हमले की कड़ी निंदा की. नए ब्रिटिश पीएम ने यूक्रेन पर मिसाइल दागने के लिए रूस की आलोचना की और उन्होंने G20 से युद्ध के समाधान की मांग की.