दानिश के पास से फर्जी पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी दुबई भागने की फिराक में था।
बुलंदशहर के देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव भाईपुरा में पांच दिसंबर को पूर्व ब्लॉक प्रमुख हाजी यूनुस पर जानलेवा हमला हुआ था। इसमें उनके एक साथी की गोली लगने से मौत हो गई थी।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर यूनुस के भाई पूर्व विधायक हाजी अलीम के बेटे दानिश, जेल में बंद अनस, असद और जैद समेत दो अन्य पर हत्या की साजिश रचने, शॉर्प शूटरों से हमला कर हत्या कराने के आरोप में केस दर्ज कराया था।
एसटीएफ व देहात कोतवाली की पुलिस ने शूटर लाखन सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अलीम का बेटा अनस पिता की हत्या के मामले में पहले से ही जेल में बंद था।
पुलिस की जांच में सामने आया था कि साजिश रचने के बाद आरोपी दानिश, हारिश और असद पूर्व ब्लॉक प्रमुख यूनुस पर हमले से दो दिन पहले ही दुबई चले गए थे।
दुबग्गा में बनाया था ठिकाना
एसटीएफ के कार्यवाहक एसएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक, नोएडा टीम को सूचना मिली कि दानिश ने दुबग्गा इलाके में ठिकाना बना रखा है और नाम भी बदल लिया है। टीम ने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दानिश हारम अली के नाम से रह रहा था। फर्जी पासपोर्ट व अन्य सामान भी मिला। पूछताछ मेें कुबूला कि जून में ही दुबई से लौटा था। फिर से फर्जी पासपोर्ट के जरिये दुबई भागने की फिराक में था।
एजेंट से बनवाया फर्जी पासपोर्ट, घूमा अरब
एसटीएफ के अधिकारी के मुताबिक, दानिश ने 2020 में सलीम नाम के एजेंट से फर्जी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड बनवाया था। फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट भी हारम अली के नाम से बनवाया था। पिता का नाम भी इस्तीफा खान व पता अलीगंज के सीतापुर रोड मोहबिल्लापुर बी-टू नूर नदीम प्लाजा दर्ज कराया। फर्जी पासपोर्ट पर अरब देशों की यात्रा भी कर चुका है। उसके खिलाफ बुलंदशहर कोतवाली में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनवाना, पासपोर्ट अधिनियम, विदेश विषयक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही उसे देहात कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है।