करवा चौथ पर ये जरूर करें
> सबसे पहले आप सुबह-सुबह उठकर सरगी करें और उसके बाद आपका व्रत प्रांरभ होगा।
> सरगी बहुत जरूरी है क्योंकि सूर्योदय के बाद आपका व्रत आरंभ हो जाएगा तो आप ना तो कुछ खा सकते हैं और ना ही पानी पी सकते हैं।
> इसलिए सरगी में जो भी खाएं वो काफी ठोस आहार हो, जो कि आपको ताकत दे।
> फिर रात में पूजा करने से पहले सोलह श्रृंगार करें और उसके बाद दीवार पर करवा की फोटो लगाएं।
> फिर जमीन और दीवार पर चावल के आटे में हल्दी मिलाकर आयपन बनाएं।
> फिर इस पर करवा रखें, उस करवा में आप पुड़ी, हलवा या मिठाई रखें और उसके ऊपर घी का दीपक जलाएं।
> जो लोग जिठानी, ननद , बहन या सहेली के साथ ये पूजा कर रही हैं वो तो आपस में करवा बदल सकती हैं।
> लेकिन जो लोग अकेले पूजा करते हैं, वो सांकेतिक रूप से मां गौरी का करवा रखकर पूजा कर सकती हैं।
वैसे कुछ घरों में चावल के आटे का सामान प्रसाद के रूप में प्रयोग होता है, महिलाएं या तो चावल के लड्डू बनाती है या फिर कहीं-कहीं फरा भी बनता है।
> करवा के साथ आप सुहाग का सामान चढ़ाएं।
> करवा के साथ में एक साफ लोटे में जल में रखें, इसी का अर्ध्य दिया जाता है।
> करवा माता की कहानी सुनें, आरती करें।
> चांद निकलने के बाद छलनी से या पानी में चांद को देखें फिर उसे अर्घ्य दें और पति की लंबी उम्र की प्रार्थना करें।
> फिर पति के हाथों पानी पीकर अपना व्रत खोलें।
करवा चौथ के दिन क्या ना करें
> संभोग या प्रणय लीला से दूर रहें।
> सात्विक भोजन करें।
> घर में झगड़ा ना करें।
> इस दिन काले, ग्रे या सफेद वस्त्र ना पहनें।
> मांसाहार या मदिरा का सेवन ना करें।