लखनऊ: (मानवी मीडिया) भले ही हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ को आजादी का अमृत महोत्सव के तौर पर मना रहे हों, लेकिन सच्चाई में अभी भी देश के बड़े हिस्से में पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंची हैं. लोगों को जान जोखिम में डालकर दूर से नदी, तालाबों या कुओं से पानी लाना पड़ रहा है. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जनपद में एक विचलित करने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें दो ग्रामीण पानी लेने के लिए नदी पर गए थे और नदी किनारे दलदल में धंस गए. ग्रामीणों और पुलिस की सहायता से उन्हें निकाला गया.
वायरल वीडियो हमीरपुर जनपद के सिसोलर थाना क्षेत्र के गांव बकछा छानी का बताया जा रहा है, जहां से दो ग्रामीण पीने के लिए केन नदी पर पानी लेने गए थे और नदी किनारे धंस गए. काफी मशक्कत के बाद दोनों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बचाया जा सका.
वायरल वीडियो में एक बुजुर्ग व्यक्ति कमर तक दलदल में डूबा देखा जा सकता है, जबकि एक आदमी उसे लकड़ी की छड़ी पकड़ने के लिए कहकर बाहर निकालने की कोशिश में जुटा है. वहीं बूढ़े आदमी के बगल में एक स्टील का बर्तन देखा जा सकता है, जिसके साथ वह पानी लेने के लिए नदी पर गया था.
वीडियो में नजर आ रहा है कि जब इस बुजुर्ग की जान पर बनी थी, उस वक्त पुलिसकर्मी नजर आने वाला शख्स मदद करने के बजाय अपने मोबाइल से वीडियो बनाता और हंसता हुआ नजर आ रहा है. सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मी की जमकर आलोचना की जा रही है. वहीं सोशल मीडिया यूजर्स ने हर घर में नल का पानी देने के सरकारी वादे पर सवाल उठाए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि नल का पानी खारा है और पीने योग्य नहीं है, इसलिए ग्रामीण नदी से पानी खींचने को मजबूर हैं. बचाए गए व्यक्ति ने एक अन्य वीडियो में कहा, "हमेशा ताजे पानी के लिए नदी में जाते हैं."
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि राज्य के जल शक्ति मंत्री ने हाल ही में नमामि गंगे मिशन के संबंध में हमीरपुर का दौरा किया था और स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया था कि उन्हें जल्द ही नल का पानी मिलेगा.