मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और डेनमार्क के प्रगाढ़ सम्बन्ध हैं। डेनमार्क के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां निवेश की असीमित सम्भावनाएं मौजूद हैं। राज्य सरकार द्वारा निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों की लगभग 25 नीतियां निर्धारित की गई हैं। इनके अनुरूप निवेशकों को अनेक सुविधाएं और प्रोत्साहन प्रदान किए जा रहे हैं। प्रदेश में विदेशों से निवेश को आकर्षित करने के लिए सकारात्मक माहौल स्थापित किया गया है। डेनमार्क के उद्यमियों का प्रदेश में निवेश सुरक्षित और लाभप्रद रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वर्ष 2023 में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारी कर रही है। डेनमार्क के उद्यमियों के लिए यह एक अच्छा अवसर होगा। भारत और डेनमार्क के आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करने की दृष्टि से यह आयोजन महत्वपूर्ण होगा।
डेनमार्क के राजदूत ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में सृजित निवेशपरक माहौल की सराहना की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश की उपलब्धियों के लिए मुख्यमंत्री जी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में डेनमार्क की सक्रिय भागीदारी रहेगी। उन्होंने वाराणसी एवं अन्य जनपदों में ‘नमामि गंगे परियोजना’ से डेनमार्क के जुड़ने की इच्छा जतायी।
राजदूत स्वैन ने कहा कि डेयरी उद्योग के क्षेत्र में डेनमार्क का व्यापक अनुभव है। उनका देश इस सेक्टर में अपने अनुभव का लाभ उत्तर प्रदेश के साथ साझा करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि मेडिकल डिवाइस के निर्माण में डेनमार्क की कम्पनियों का काफी अनुभव है। उन्होंने प्रदेश में विकसित किए जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में डेनमार्क के सहयोग की पेशकश की। उन्होंने कृषि से सम्बन्धित क्षेत्र में डेनमार्क तथा प्रदेश के बीच अधिक सहयोग पर बल दिया।