लखनऊ (मानवी मीडिया)पहले सूखे फिर बेमौसम की बारिश और बाढ़ ने किसानों की लाखों हेक्टेयर की फसल बर्बाद कर दी है। 24 जिलाें में नदियां उफान पर हैं। मौसम की इस मार से हताश 4 किसानों ने 8 दिनों में सुसाइड कर लिया। इस सुसाइड का बड़ा कारण *किसान क्रेडिट कार्ड* को माना जा रहा है। कहां जा रहा है कि किसान जमीन के आधार पर क्रेडिट कार्ड लेकर पैसा निकाल कर के कृषि कार्य में लगा दे रहे हैं, लेकिन जब फसल बर्बाद होते देख रहे हैं तो हताशा में जान दे दे रहे है।
भारत एक कृषि प्रधान देश है परंतु वर्तमान में यह नेता और उद्योगपति प्रधान देश हो गया है किसानों को केवल सम्मान निधि के नाम पर मात्र ₹2000 देकर सरकार अपना पल्ला झाड़ लेती है फसल बीमा के नाम पर किसानों को प्राइवेट कंपनियों द्वारा ठगा जाता है