वीडियो में कई लोग मोबाइल फोन से कई एंगल्स के साथ वीडियो बनाते हुए नजर आ रहे हैं। लोगों को यह पूछते हुए सुना जा सकता है कि क्या पुलिस को सूचित किया गया। इस बीच एक अन्य ने थानाध्यक्ष का नंबर मांगा। लेकिन इस दौरान लोग लड़की का वीडियो बनाते रहे। लड़की की मदद करने का किसी ने प्रयास नहीं किया।
पुलिस के आने तक लड़की को मदद के लिए इंतजार करना पड़ा। इस घटना का एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्थानीय चौकी प्रभारी घायल लड़की को गोद में लिए एक ऑटोरिक्शा की ओर भागते हुए दिख रहा है। पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने कहा, नाबालिग लड़की घायल पाई गई और स्थानीय पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि लड़की के परिवार की शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह स्पष्ट नहीं है कि लड़की का यौन उत्पीड़न किया गया या नहीं। मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। लड़की के परिवार वालों के मुताबिक, वह दोपहर में गुल्लक खरीदने के लिए निकली थी। शाम तक जब वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश की। लड़की गेस्ट हाउस के पीछे खून से लथपथ और घायल अवस्था में मिली।
बाद में पीड़िता को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां एक डॉक्टर ने उसकी जांच की। गंभीर हालत को देखते हुए उसे कानपुर रेफर कर दिया गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और उसे वहीं फेंक दिया गया। हालांकि, पुलिस इस दावे से इनकार कर रही है। गुरसहायगंज थाना प्रभारी मनोज पांडे ने कहा कि अभी किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी और पुलिस बच्ची के बयान का इंतजार कर रही है।